भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया(kirit somaiya) ने आरोप लगाया है कि बांद्रा स्टेशन के बाहर जो प्रवाशी मजदूरों की भीड़ जुटी हुई थी वह पूर्व नियोजित साजिश थी। सोमैया ने मुंबई पुलिस से जांच की भी मांग की है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए यह आरोप लगाया है।
भाजपा नेता किरीट सोमैया ने दावा किया है कि इस तरह भीड़ का जुटना पूर्व नियोजित था। उनका आगे कहना है कि, इस बारे में एक वीडियो मेरे पास आया है, जिसमें दो युवकों के बीच की बातचीत है। वे युवक कह रहे हैं कि सभी को बताएं कि हम अपने गांव जाने दिया जाए या फिर 15 हजार रुपए दिया जाए। वे आगे कहते हैं कि पुलिस कहां हैं और मीडिया कहां है।
इस वीडियो को लेकर सोमैया ने दावा किया है कि इस घटना की योजना पहले से तैयार थी। मैंने यह वीडियो मुंबई पुलिस आयुक्त को सौंप दिया है। और जांच की भी मांग की है।
I have sent a video (which seems genuine, I received from a reliable source) to @CPMumbaiPolice & Home Secretary. According to Video yesterday Bandra Incident was a planned event.I wrote letter requesting investigation @BJP4India @BJP4Maharashtra @AnilDeshmukhNCP @Dev_Fadnavis pic.twitter.com/quHDKsL2iv
— Kirit Somaiya (@KiritSomaiya) April 15, 2020
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm naendra modi) ने 3 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है। जिसके बाद बांद्रा इलाके में हजारों की संख्या में मजदूर लॉकडाउन का उल्लंघन करके जमा हो गए, और मांग करने लगे कि उन्हें उनके गांव भेजा जाए। हालात बिगड़ते देख पुलिस को लाठी चार्ज तक करना पड़ा।
लॉकडाउन जब घोषित किया गया तभी से ही अनेक मजदूर अपने गांव जाने की मांग करने लगे। उनकंकहना है कि उनके पास काम नहीं होने के कारण उनके आगे खाने पीने की समस्या खड़ी हो गयी है।
इसी बीच विनय दुबे ने एक वीडियो बना कर सोशल मीडिया में पोस्ट किया, जिसमें उसने कहा था कि, सरकार द्वारा गरीबों को उनके गांव भेजने की व्यवस्था जरूर करनी चाहिए।
दुबे ने कहा, अगर सरकार कोई व्यवस्था नहीं करती है तो लोगों को सरकार के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए।
इसके बाद जब लॉकडाउन बढ़ा दिया गया तो यह अफवाह फैल गयी कि ट्रेनें चलने लगी हैं, जिसके बाद हजारों की संख्या में लोग बांद्रा स्टेशन के बाहर उमड़ पड़ें।