मुंबई - अरुण जेटली ने नोटबंदी के बाद बुधवार को पहला बजट पेश किया। इसे किसान, रूरल डेवलपमेंट, यूथ्स, गरीबों के लिए मकान और डिजिटल इकोनॉमी जैसे 10 हिस्सों में बांटा गया है। जिसमें से हेल्थ और सीनियर सिटीजन के लिए यह घोषणाए की गई हैं -
- प्रशिक्षित डॉक्टरों के लिए 5 हजार पोस्ट ग्रेजुएट सीटें रखी जाएंगी और ट्रेनिंग दी जाएगी।
- नवजात मृत्यु दर कम करने का लक्ष्य। गर्भवती महिलाओं अकाउंट में 6 हजार रुपए सीधे डाले जाएंगे।
- गरीबों और वंचितों के लिए सबका साथ और सबका विकास के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से महिलाओं के विकास पर जोर।
- एससी के लिए 52 हजार करोड़ से ज्यादा का प्रावधान। अल्पसंख्यकों के लिए 4 हजार करोड़ से ज्यादा का प्रावधान।
- आधार आधारित हेल्थ कार्ड बनाए जाएंगे।
- दवाओं के दाम घटाने के लिए योजना बनाई जाएगी।
- 2025 तक टीबी, 2018 तक चेचक, कुष्ठ रोग को खत्म किया जाएगा।
- गर्भवती महिलाओं का ख्याल, अस्पतालों में बच्चे को जन्म देने और बच्चे का पूरा टीकाकरण कराने वाली गर्भवती महिलाओं के बैंक खातों में देशभर में कुल मिलाकर करीब 6,000 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे।
- सीनियर सिटीजन के लिए आधार बेस्ड स्मार्ट कार्ड बनेंगे, जो उनकी सेहत का रिकॉर्ड रखेंगे।