एनसीपी अध्यक्ष शदर पवार(sharad pawar) के घर पर शुक्रवार को अचानक एसटी कर्मचारियों ने हमला कर दिया। इस दौरान शरद पवार के घर पर चप्पल फेंक कर उनके खिलाफ नारे भी लगाए गए। इस घटना के बाद गृह विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। गावदेवी के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजभर को सीधे निलंबित कर दिया गया है। आंदोलन के बाद उन्हें दक्षिण मुंबई नियंत्रण कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया था। अब उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
बताया जाता है कि शरद पवार के आवास सिल्वर ओक पर एसटी कर्मचारियों के आंदोलन के मामले में यह कार्रवाई की गई है। गृह मंत्री को सौंपी रिपोर्ट के बाद एक अन्य अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस जोन के डीसीपी योगाश कुमार को विश्वास नांगरे पाटिल ने शनिवार को हटा दिया। उनकी जगह डीसीपी नीलोत्पल को प्रभार दिया गया है।
इस बीच, सीसीटीवी फुटेज की जांच में पता चला है कि आंदोलन से पहले उनके बंगले का निरीक्षण किया गया था। गावदेवी पुलिस ने शनिवार रात आजाद मैदान से चार प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। इस मामले में शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों के वकील गुणरत्न सदावर्ते को भी गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में कोर्ट ने 109 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी पर इस आंदोलन की कठपुतली होने का आरोप लगाया है। बीजेपी पर गुणरत्न सदावर्ते का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए शिवसेना ने विपक्ष पर हमला बोला है।
यह भी पढ़े- शरद पवार के घर के बाहर एसटी मजदूरों के आंदोलन के पीछे कौन ? गृह मंत्री ने दिए जांच के आदेश