लोकसभा चुनाव में खत्म होने के बाद अब बारी है विधानसभा चुनावों की। और इस कड़ी में सबसे पहला नंबर आनेवाला है महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का। कयास लगाए जा रहा है की अक्टूबर के मध्य में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हो सकते है , लिहाजा राज्य की सभी पार्टियों ने अभी से ही चुनाव की तैयारियां शुरु कर दी है। जहां एक ओर शिवसेना और बीजेपी में अन्य पार्टियों के नेताओं की भर्ती शुरु है तो वही दूसरी ओर कांग्रेस और एनसीपी के सामने अपना किला बचाने की चेतावनी है। राज् ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने अभी तक विधानसभा चुनाव को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले है।
बीजेपी का मिशन 220
बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मिशन 220 को लक्ष्य रखा है। यानी की राज्य में मौजूदा 288 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 200सीटों को जीतने की योजना बनाई है। राज्य के मुख्यमंत्री देवेद्र फड़णवीस ने कई बार प्रेस कॉफ्रेस को संबोधित करते हुए कहा की आनेवाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी 220 सीटों पर चुनाव जीतेगी, हालांकी अभी तक शिवसेना और बीजेपी के बीच सीटों को लेकर कोई भी बात नहीं बनी है। इसके साथ ही पार्टी मुंबई में भी सभी 36 सीटों को जीतने का इरादा रखती है।
कांग्रेस एनसीपी के लिए चुनौती
मौजूदा समय में कांग्रेस और एनसीपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है अपने नेताओं को किसी और पार्टी में जाने से रोकना। राधाकृष्ण विखे पाटील , सिचन अहिर जैसे कई बड़े नेता कांग्रेस और एनसीपी छोड़कर बीजेपी और शिवसेना का दामन थाम चुके है। इसके साथ ही की दोनों ही पार्टियों के कई और नेता अभी भी बीजेपी और शिवसेना के संपर्क में है। कांग्रेस और राकांपा में कुल 288 विधानसभा सीटों में से करीब 150 पर कोई विवाद नहीं है और इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए इन सीटों के बंटवारे पर भी जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
मनसे ने नही खोले पत्ते
राज ठाकरे ने अभी तक विधानसभा चुनाव को लेकर अपने पत्ते नही खोले है। लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने जमकर बीजेपी शिवसेना के आलोचना की थी और महाराष्ट्र भर में रैलियां कर बीजेपी शिवसेना को वोट ना देने की भी अपील की।अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है की आनेवाले विधानसभा चुनाव में मनसे अपने दम पर चुनाव लड़ने उतरेगी या फिर किसी और पार्टी का भी साथ ले सकती है।