राज्य की महागठबंधन सरकार ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया। वित्त मंत्री अजित पवार ने बोला पुंडलिक वरदे हरि विट्ठल...कहकर महाराष्ट्र बजट 2024 पढ़ना शुरू किया। विधानसभा चुनाव से पहले पेश किए गए महायुति के इस बजट में महिलाओं को केंद्र में रखकर कई योजनाओं की घोषणा की गई है। (Maharashtra Budget 2024 - 10 Major Announcements For Benefits of Women)
मध्य प्रदेश की लोकप्रिय मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना की तर्ज पर राज्य में 'मुख्यमंत्री लड़की बहन' योजना शुरू की जाएगी। वित्त मंत्री अजित पवार के मुताबिक इस योजना के तहत गरीब परिवारों की महिलाओं और लड़कियों को हर महीने 1500 रुपये बांटे जाएंगे।
महिलाओं के लिए राज्य सरकार ने आख़िर क्या घोषणा की?
- राज्य में 'मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की गरीब परिवार की महिलाओं को सरकार द्वारा 1500 रुपये प्रति माह प्रदान किए जाएंगे। इस योजना के लिए बजट में सालाना 46000 करोड़ का प्रावधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना जून 2024 से लागू होगी।
- वर्ष 2023 से राज्य सरकार ने झील लड़की योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत बालिका को 18 वर्ष की आयु होने तक चरणबद्ध तरीके से 1 लाख 1 हजार रुपये प्रदान किये जाते हैं। पीले और नारंगी राशन कार्ड धारक परिवार की बालिकाओं को यह वित्तीय सहायता मिलेगी।
- सरकारी दस्तावेज़ में लड़की का नाम लिखा जाएगा, उसके बाद माँ का नाम, फिर पिता का नाम और अंत में उपनाम।
- महिला स्वरोजगार और सुरक्षित यात्रा के लिए पिंक ई-रिक्शा योजना की घोषणा की गई। इस योजना के तहत राज्य के 17 शहरों में 10 हजार महिलाओं को वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस उद्देश्य के लिए 80 करोड़ रुपये का फंड आवंटित किया गया है।
- शुभमंगल सामूहिक पंजीकृत विवाह योजना के अंतर्गत लाभार्थी कन्याओं को दी जाने वाली सब्सिडी 10 हजार से बढ़ाकर 25 हजार कर दी गई है।
- राज्य के सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों में स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की जांच के लिए उपकरण एवं सामग्री उपलब्ध करायी जायेगी. उसके लिए 78 करोड़ का प्रावधान
- राज्य में मरीजों विशेषकर गर्भवती माताओं, बच्चों को स्वास्थ्य संस्थानों तक निःशुल्क परिवहन के लिए 3324 एम्बुलेंस संचालित हैं। इनमें पुरानी एंबुलेंस के स्थान पर नई एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएंगी
- नल के पानी तक महिलाओं की पहुंच रोकने के लिए 'हर घर नल, हर घर जल' योजना के तहत शेष चरण पूरा होने के बाद घर-घर पानी पहुंचाया जाएगा.
- महिलाओं को स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराना जरूरी है ताकि उनके स्वास्थ्य को कोई खतरा न हो. इसके लिए मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना शुरू की जा रही है। इस योजना के तहत पात्र परिवारों को प्रति वर्ष तीन सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे। योजना का लाभ राज्य के 52 लाख 16 हजार 412 लाभार्थी परिवारों को मिलेगा.
- राज्य में आंगनबाडी सेवकों, सहायिकाओं, मिनी आंगनबाडी सेवकों को सेवानिवृत्ति, त्यागपत्र, मृत्यु पर एक लाख रुपये का लाभ दिया जा रहा है।
- महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण विकास मिशन के तहत 6 लाख 48 स्वयं सहायता समूह काम कर रहे हैं और यह संख्या बढ़ाकर 7 लाख की जाएगी. स्वयं सहायता समूह की धनराशि 15 हजार से बढ़ाकर 30 हजार की जा रही है।
- महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित वस्तुओं के 'उम्मेद मार्ट' और 'ई-कॉमर्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म' के माध्यम से अब तक 1.5 लाख महिलाएं 'लखपति दीदी', इस वर्ष 2.5 लाख महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य।
- महिला लघु उद्यमियों के लिए 'पुण्यश्लोक अहिल्या देवी होल्कर महिला स्टार्टअप योजना' - राज्य में अखिल भारतीय स्तर का सम्मेलन आयोजित
- एआई योजना' के तहत पर्यटन क्षेत्र में महिला लघु उद्यमियों को 15 लाख रुपये तक के ऋण पर ब्याज की वापसी - 10 हजार रोजगार सृजन
- लड़कियों के लिए मुफ्त उच्च शिक्षा - रुपये तक की वार्षिक पारिवारिक आय वाली अन्य पिछड़े वर्गों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की लड़कियों के लिए 100 प्रतिशत ट्यूशन शुल्क और परीक्षा शुल्क की प्रतिपूर्ति