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राष्ट्र विरोधी संगठनों को वैध करने का आरोप लगाकर फडणवीस ने उद्धव सरकार पर बोला हमला

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामलों में भी पीएफआई का नाम आया था।

राष्ट्र विरोधी संगठनों को वैध करने का आरोप लगाकर फडणवीस ने उद्धव सरकार पर बोला हमला
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कोरोना महामारी (Coronavirus) के बीच महाराष्ट्र में विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर एक नया आरोप लगाकर फिर से सियासी गर्मी को बढ़ा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (devendra fadnavis) ने महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि BMC राष्ट्र विरोधी कार्यों में संलिप्त संगठन को वैध बनाने की कोशिश कर रही है। फडणवीस ने जिस संगठन की तरफ उंगली उठाई है उसका नाम पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) है, जिसे भारत के कई राज्यों में बैन किया गया है। इस संगठन पर CAA आंदोलन के दौरान फंडिंग करने का आरोप लग चुका है। आइए अब जानते हैं कि फडणवीस ने क्या आरोप लगाया है?

दरअसल BMC ने कोरोना वायरस से मरने वाले मुस्लिम मरीजों के अंतिम संस्कार करने की जिम्मेदारी PFI संगठन को दी है। इस संबंध में एक आधिकारिक परिपत्र भी 18 मई को जारी किया गया है।  बस यही बात देवेंद्र फडणवीस को नागवार गुजरी। उनका कहना है कि, यह जानकर दुख हुआ कि, जो संगठन राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के रडार पर है, जिस संगठन को राष्ट्रविरोधी और असामाजिक गतिविधियों के लिए दोषी ठहराया गया हो, तो ऐसे में आखिर BMC इस संगठन को यह जिम्मेदारी देकर उसे वैध बनाने की कोशिश क्यों कर रही है। इस काम को ऐसे संगठन को देना बहुत गंभीर बात है।

वैसे फडणवीस ने बीएमसी का जिस पत्र को ट्वीट किया है, वह 18 मई का है। इस पत्र में बीएमसी ने सभी अस्पताल अधीक्षकों को यह निर्देश हैं कि कोरोना वायरस या इसके किसी संदिग्ध मुस्लिम मरीज की मौत की स्थिति में पीएफआई को सूचना दें।

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामलों में भी पीएफआई का नाम आया था। कई और मामलों में भी पीएफआई का नाम सामने आने के बाद इसकी भूमिका की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा (एनआईए) कर रही है।

इस संगठन की संदिग्धजनक भूमिका को देखते हुए इसे केरल, कर्नाटक, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में प्रतिबंध लगाया जा चुका है।

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