एलिफिंस्टन रेल हादसे के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने रेलवे और फेरीवालों के खिलाफ संताप मोर्चा निकाला था। इस मोर्चे में राज ठाकरे ने प्रशासन को चेतावनी दी थी की अगर 15 दिनों में इन अवैध फेरीवालों को नहीं हटाया गया तो मनसे अपने स्टाइल में इन्हें हटाएगी। अब मनसे द्वारा दी गयी यह समय सीमा शनिवार यानी कल समाप्त हो रही है, तो अब यह देखना होगा कि मनसे इन अवैध फेरीवालों के खिलाफ क्या रुख अपनाती है?
परिस्थिति वैसे ही...
राज ठाकरे के मोर्चा के बाद अगले दिन ही अनेक रेलवे स्टेशनों से अवैध फेरीवालों और हॉकरो को हटा दिया गया था लेकिन कुछ दिन बाद ही फिर से फेरीवालों ने अपना अपना दूकान लगा लिया। मतलब फिर से इन अवैध फेरीवालों के कारण रेलवे यात्रियों को आने जाने में परेशानी शुरू हो गयी।
राज ठाकरे ने जो चेतावनी दी थी उसके मद्देनजर हमारे कार्यकर्ता खुद पहल करके प्रशासन के माध्यम से फेरीवालों को हटाया था। अगर रेलवे प्रशासन और बीएमसी ने अच्छा काम करेगी अरो हमें रस्ते पर उतरने की कोई जरुरत नहीं होगी, राज ठाकरे ने निर्देश के अनुसार कार्यकर्ता काम कर रहे हैं।
नितीन सरदेसाई, मनसे, नेता
क्या कहा था राज ठाकरे ने...
गौरतलब है कि एलिफिंस्टन रेलवे हादसे के विरोध में 5 अक्टूबर को मनसे की तरफ से राज ठाकरे की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एक मोर्चा निकाला था। इस मोर्च में राज ठाकरे ने रेलवे और प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अवैध फेरीवालों को 15 दिन के अंदर रेलवे परिसर से हटाया जाए नहीं तो मनसे अपने स्टाइल से आंदोलन करेगी।