कोरोना के प्रसार को ग्रामीण इलाकों में रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को ''कोरोना मुक्त गांव'' प्रतियोगिता की घोषणा की।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने कोरोना को रोकने संबंधी कुछ गांवों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की हाल ही में प्रशंसा की थी। जिसके बाद उन्होंने ''मेरा गांव कोरोना मुक्त'' पहल की घोषणा की।
राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुशरिफ (hasan mushrif) ने एक बयान में कहा कि ''कोरोना मुक्त गांव'' प्रतियोगिता मुख्यमंत्री द्वारा घोषित की गई पहल का ही हिस्सा है।
इस प्रतियोगिता में प्रत्येक राजस्व मंडल में कोविड-19 (covid19) से निपटने के लिए अच्छे काम करने वाली तीन गांव पंचायतों को इनाम दिए जाएंगे।
हसन मुशरिफ ने बताया कि, प्रथम पुरस्कार के तहत 50 लाख रुपये दिए जाएंगे, दूसरे विजेता को 25 लाख और तीसरे विजेता को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि, राज्य में छह राजस्व मंडल है इसलिए कुल 18 पुरस्कार होंगे। इनाम की कुल राशि 5.4 करोड़ रुपये तय की गई है।
मंत्री ने बताया कि प्रतियोगिता जीतने वाले गांवों को प्रोत्साहन के तौर पर इनामी राशि जितनी ही अतिरिक्त धनराशि दी जाएगी और इसका इस्तेमाल इन गांवों में विकास कार्यों के लिए किया जाएगा।
बता दें कि, प्रतियोगिता में भाग लेने वाले गांवों को 22 मानदंडों पर परखा जाएगा। इसका फैसला करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा।
इसके पहले उद्धव ठाकरे ने रविवार को अपने एक वर्चुअल संबोधन में महाराष्ट्र के सोलापुर के सबसे युवा सरपंच ऋतुराज देशमुख (21) द्वारा अपने गांव को कोरोना वायरस से मुक्त रखने के लिए किये गए कार्यों की तारीफ की थी।