मुंबई महापौर किशोरी पेडनेकर ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के आज़ादी वाले बयान का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के घोड़े पर झांसी की रानी फिल्म बनाने वाली अभिनेत्री को पद्म श्री पुरस्कार देना पूरे हिंदुस्तान का अपमान है। उन्होंने कंगना पर निशाना साधते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कंगना रनौत के बयान की खबर ली, "1947 की आजादी भीख मांगकर हासिल की थी, असली आजादी 2014 में मिली थी"।
कंगना हर तीन महीने में सुर्खियों में रहती हैं। उन्होंने कंगना को फटकार लगाते हुए कहा, "वह कहाँ पैदा हुई थी, वह अपना जीवन यापन कहाँ करती है, और मुंबई और महाराष्ट्र का पाकिस्तान से क्या लेना-देना है?"
किशोरी पेडनेकर ने कहा कि जिन्होंने हमारे देश के लिए, महाराष्ट्र के लिए, मुंबई के लिए कुर्बानी दी, वे किसी एक समुदाय के नहीं थे। सभी जाति-धर्म के थे। कंगना का बेतुका बयान इन सभी पीड़ितों का अपमान है। हमारे देश में बहुत से लोग हैं। वे बहुत अच्छा काम करते हैं। हालांकि, मैं पद्म श्री पुरस्कार के पीछे की प्रतिभा को नहीं समझता। ऐसी एक्ट्रेस को पद्मश्री देना हिंदुस्तान का अपमान है।
मेयर पेडनेकर ने कहा कि कंगना का राजनीति, अराजकता और समाज के हर स्तर पर विरोध हो रहा है। मैं गृह विभाग से हाथ मिलाकर निवेदन करता हूं कि वे ऐसी बेतुकी लड़की पर ध्यान दें। जो पूरे हिंदुस्तान का अपमान करता है। सभी लोगों को बांटता है। अगर वह किसी मामले में दखल दे रही है और हमारे शहीदों का अपमान कर रही है तो हमें अपने न्यायिक पक्ष में विरोध करना होगा। उसके खिलाफ कार्रवाई करें और विषय समाप्त करें।