महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार से हाल ही में मुलाकात की थी। इसके बाद कांग्रेस के नेता माणिकराव ठाकरे राज से मिलने आए थे, जिसके बाद से महा आघाडी की संभावनाएं देखी जा रही थीं। इससे पहले महा आघाडी में मनसे को ना शामिल करने वाली कांग्रेस अब सहमी हुई नजर आई है। इसे देखते हुए लगा था कि मनसे महा आघाडी में शामिल होगी। पर अब खबरें इसके उलट हैं, राज ठाकरे खुद के दम पर विधान सभा के चुनाव में उतर सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में शिवसेना-बीजेपी की महायुती को टक्कर देने के लिए मनसे को भी महा आघाडी में शामिल करने का प्रस्ताव राष्ट्रवादी की तरफ से रखा गया था। लेकिन कंग्रेस ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। जिसके चलते राज ठाकरे ने लोकसभा में वोटों का विभाजन ना हो, एक भी उम्मीदवार को चुनावी मैदान में ना उतारते हुए मोदी-शाह के विरोध में प्रचार किया था। राज द्वारा किए गए प्रचार का लाभ ना तो कांग्रेस और नाही राष्ट्रवादी के एक भी उम्मीदवार को हुआ।
अब खबरें ऐसी आ रही हैं कि राज ठाकरे खुद के दम पर विधान सभा का चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। आंध्र प्रदेश में वायएसआर कांग्रेस के जगनमोहन रेड्डी ने जिस तरह से किसी पार्टी के साथ गठबंधन ना करते हुए स्वंय के बल पर चुनाव लड़कर 175 में से 150 सीटें जीती थीं। उसी तरह राज ठाकरे भी खुद के दम पर चुनाव लड़कर सत्ता हासिल करने की जुगत में हैं।