मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने ठाणे में हुई सभा में एक बार फिर से एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधा। इस सभा में उन्होंने सभी पार्टियों पर हमला बोला। उन्होंने भोगे के कारण हुए विवाद पर भी टिप्पणी की। इस बार राज ठाकरे ने कहा, ''हम अपनी भूमिका नहीं छोड़ेंगे.''
राज ठाकरे ने मनसे की गुड़ी पड़वा रैली से राज्य में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार पर जमकर निशाना साधा। इस सभा को मनसे ने 'उत्तर सभा' नाम दिया था।
राज ठाकरे ने कहा है कि वह सभी मस्जिदों को भोंगे हटाने को लेकर 3 मई तक की समय सीमा देते हैं। 18 जुलाई 2005 को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में कहा गया, "कोई भी धर्म यह नहीं कहता है कि आपको अपनी भोंगा बजाकर और प्रार्थना करके दूसरों की शांति भंग करनी चाहिए। जो कुछ भी दूसरों की शांति में खलल डालता है, उसकी अनुमति नहीं दी जाएगी।"
राज ठाकरे ने सवाल किया है कि राज्य का गृह विभाग सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू क्यों नहीं कर रहा है। उन्होंने राज्य सरकार पर वोट के लिए राजनीति करने का भी आरोप लगाया।
राज ठाकरे ने इस बैठक में कहा है कि वह पहले ही मस्जिद के शोर के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि वह पहले ही मस्जिदों में भनभनाहट का मुद्दा उठा चुके हैं, लेकिन अजित पवार नहीं सुन पाए. इस मस्जिद के शोर से देश भुगत रहा है, इसमें धार्मिक मुद्दा कहां है? यह सवाल राज ठाकरे ने पूछा है।
जो हिस्सा परेशानी पैदा कर रहा है उसे खत्म किया जाना चाहिए। राज ठाकरे ने चेतावनी दी है कि हम अपनी भूमिका बदल देंगे। त्यौहार हो तो हॉर्न बजाकर लाउडस्पीकर हो लेकिन 365 दिन परेशान क्यों करते हो? यह सवाल राज ठाकरे ने पूछा है।