सात रास्ता – चुनाव जो न करवाए वो कम है। चिंचपोकली में स्थितियां कुछ ऐसी बनी की शिवसेना खुद मनपा के विरुद्ध खड़ी गयी जबकि मनपा में शिवसेना की सत्ता है। दरअसल चिंचपोकली में स्थित 50 साल पुराने मंदिर को तोड़ने आए जी/दक्षिण मनपा कर्मचारियों को स्थानीय लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। मनपा कर्मचारियों के अनुसार यह मंदिर रस्ते पर बना है। मनपा का विरोध करने वालों में शिवसेना और मनसे के कार्यकर्ता भी शामिल थे। हालंकि स्थानीय लोगों ने इस मंदिर को 50 साल पुराना बताया। हर मुद्दों में मतभेद रखने वाली शिवसेना और मनसे इस मुद्दे पर एक नजर आएं। इस मौके पर मनसे शाखा अध्यक्ष मारुती दलवी ने कहा कि यश मंदिर 50 साल पुराना है जब यह बन रहा था तो इसे उसी समय क्यों नहीं रोका गया। मुंबई लाइव से बात करते हुए शिवसेना के स्थानीय शाखा अध्यक्ष ने बताया कि इस बारे में बैठक कर उचित कदम उठाया जायेगा। बता दे कि सुप्रीम कोर्ट ने सभी अवैध धार्मिक स्थलों को तोड़ने का आदेश दिया है।