महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) द्वारा घोषित की गयी 'ठाणे बंद' आव्हान को पीछे ले लिया गया है। इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे को कोहिनूर सीटीएनएल लोन मामले में अनियमितिता को लेकर समन भेज कर 22 अगस्त को हाजिर होने को कहा गया था, जिसके खिलाफ ठाणे और पालघर मनसे अध्यक्ष अविनाश जाधव ने 22 अगस्त को ठाणे बंद का आह्वान किया था।
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क्या कहा था अविनाश ने?
ED द्वारा राज ठाकरे को भेजे गये समन के खिलाफ बोलते हुए अविनाश जाधव ने कहा था कि यह बदले की कार्रवाई की जा रही है। हम इसके खिलाफ 22 अगस्त को ठाणे बंद का आह्वान करते हैं। अगर लोग प्यार से बात मानेंगे तो अच्छा है नहीं तो हम मनसे स्टाइल से बंद करेंगे। यही नहीं अविनाश ने यह भी कहा था कि 22 अगस्त को जो भी होगा उसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।
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'तो होगी कार्रवाई'
अविनाश जाधव के इस बंद आह्वान पर जब पत्रकारों से मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि किसी को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जायेगा, कोई भी अगर ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अगले ही दिन यानि 20 अगस्त को मनसे ने एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया, जिसमें मनसे नेता बाला नांदगांवकर ने बंद को पीछे लेने की घोषणा की और मनसे कार्यकर्ताओं से शांति बनाये रखने की अपील की। साथ ही ED ऑफिस के सामने 22 अगस्त को कार्यकर्ताओ द्वारा शांति प्रदर्शन करने की भी घोषणा की।
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