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डब्बेवालो को आर्थिक सहायता के आश्वासन पर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं में ट्विटर वार

बीजेपी सासंद मनोज कोटक के मुंबई के डब्बेवालो से किए गए वादाखिलाफी के ट्वीटर पर उठाये गए प्रश्न पर मंत्री असलम शेख और मनोज कोटक के बीच ट्विटर पर बहस हुई।

डब्बेवालो को आर्थिक सहायता के आश्वासन पर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं में ट्विटर वार
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री  उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना पर काबु पाने के लिए  आगामी 15 दिनों के लिए सख्त कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है । कोरोना संकट पर काबु पाने के लिए  महाराष्ट्र सरकार ने "ब्रेक द चेन " अभियान की शुरूवात की है, इसके अंतर्गत बुधवार रात 8 बजे से पाबंदियो की घोषणा की गई है, सरकार के इस घोषणा से अपने मैनेजमेंट कला के लिए दुनि्या मे प्रसिद्ध मुंबई के डब्बेवाले नाराज है, डब्बेवालो के मुताबिक उनके लिए सरकार ने कोई राहत राशि का ऐलान नही किया है। 


इस सिलसिले मे डब्बे वालों ने उत्तर पुर्व मुंबई के  बीजेपी सांसद मनोज कोटक से मुलाकात की ,और  एक पत्र देकर ये अपील  की है कि उन्हें राज्य सरकार की ओर से  उन्हे अत्यावश्यक सेवाओ  मे  शामिल किया जाये। डब्बेवालों का कहना है कि  सख्त   कर्फ्यू    लगने के बाद अब उनके कारोबार  पर भी इसका काफी असर पड़ा है। कई डब्बे वालों की रोजी-रोटी पर अब सवालिया निशान फिर से खड़े हो गए हैं । दरअसल पिछले साल मार्च में लगे लॉक डाउन के बाद धीरे-धीरे जब लॉक  डाउन खुला तब उनका व्यवसाय एक बार फिर से शुरू हो गया था हालांकि अब कर्फ्यू लगने के बाद उनके कारोबार पर प्रभाव  पड़ रहा है। जिससे पाँच हजार डब्बेवाले प्रभावित हुए है।


डब्बे वालों ने सांसद मनोज कोटक को लिखे पत्र में कहा है कि पिछले साल लगे लॉकडाउन के बाद मुंबई शहर के  गार्जियन  (पालक) मंत्री असलम शेख ने उन्हें सरकार की तरफ से हर महीने 2000 रूपये   आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया था हालांकि वह सहायता उन्हें अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।  जिसके बात सांसद मनोज कोटक ने मंत्री अस्लम शेख को ट्वीटर पर लिखकर सवाल पुछा और इसका जवाब मांगा  साथ ही  महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए पुछा कि डब्बेवालो की मांग पुरी क्यो नही हुई।



सांसद मनोज कोटक ने ट्वीट करते हुए कहा कि   डब्बेवालो की एक प्रतिनिधि टीम ने कल मुझसे मुलाकात की। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री असलम शेख  ने कोरोना के दौरान पिछले साल मुंबई के डब्बावालों को आर्थिक मदद का वादा किया था जो उन्हें अभी तक नहीं मिला है। न तो कांग्रेस और न ही उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले एमवीए को उनकी चिंता है।अब जब फिर से लॉकडाउन जारी किया गया है, तो एमवीए द्वारा धोखा दिए गए डब्बावाले अपनी आजीविका के लिए चिंतित हैं।उनकी आवाज उठाई जाएगी ताकि यह सिंहासन पर झूठे वादे करने वालों तक पहुंच जाए, और उन्हें राहत देने का प्रयास करेगी।


जिसका जवाब देते हुए असलम शेख ने ट्वीट पर कहा कि ' आपके चिंता की सराहना करता हू, आपके झुठे वादे का दावा है, खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि एमवीए बीजेपी की लाईन पर काम नही करती, जहां तक डब्बावालों का संबंध है, तो आप उनका बड़े पैमाने पर प्रतिनिधित्व करते हैं। आवश्यकता में हमने उनका समर्थन किया है, जो कि हम अभी भी खड़े हैं, उनके सांसद के रूप में आपकी  जिम्मेदारी क्या है?



उसके बाद मनोज कोटक ने लेटर की वह काँपी ट्वीटर पर डाली जिसमे डब्बेवालो ने असलम शेख के नाम का जिक्र करते हुए उनके  वादा करने उसके पुरे न होने का जिक्र किया है ।

मनोज कोटक ने ट्वीट पर फिर से जवाब देते हुए कहा कि ' जहाँ तक हमारी ज़िम्मेदारी का सवाल है, यह सच है कि महाराष्ट्र  का हर नागरिक हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और हम सभी ज़रूरतमंदों की मदद करेंगे, क्योंकि हम ज़िम्मेदारियों से भागते नहीं हैं, जैसे आपने किया था!

सांसद मनोज कोटक के इस लेटर को ट्वीटर पर डालने के बाद फिलहाल असलम शेख की ओर से अभी तक कोई जवाब नही आया है। इस मामले में हो सकता हो की मंत्री असलम शेख को लग रहा था कि बीजेपी सांसद मनोज कोटक डब्बेवालो को लेकर  बेबुनियाद आरोप लगा रहे है, लेकिन  सांसद मनोज कोटक ने डब्बेवालो द्वारा दिए गए लेटर  जिसमें मंत्री असलम शेख के नाम का जिक्र था, को ट्वीट कर ये साफ किया कि ये उनकी नही बल्कि डब्बोवालो की ही शिकायत है।

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