100 करोड़ हफ्ता वसूली मामले में फंसे महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और NCP नेता अनिल देशमुख (anil deshmukh) के आवास पर सीबीआई (cbi) के बाद ईडी (ed) ने भी छापेमारी की थी। इस मुद्दे पर अब तक चुप रहने वाले NCP अध्यक्ष शरद पवार (sharad pawar) ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। शरद पवार ने कहा कि हम अनिल देशमुख (anil deshmukh) के खिलाफ हताशा में की जा रही कार्रवाई से चिंतित नहीं हैं। वे पुणे (pune) में पार्टी के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
हाथ में कुछ नहीं
जब शरद पवार से देशमुख के आवास पर ईडी की छापेमारी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ''ईडी वगैरह हमारे लिए नए नहीं हैं और अनिल देशमुख से इस तरह की पूछताछ या छापेमारी करने वाले पहले नेता नहीं हैं। इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (cbi) ने भी अनिल देशमुख के खिलाफ कार्रवाई की थी। लेकिन मुझे नहीं लगता कि उन्हें इससे कुछ मिला है। अनिल देशमुख के खिलाफ केंद्र सरकार की नाराजगी को देखते हुए कार्रवाई की जा रही है। इसलिए हम इस कार्रवाई के बारे में बिल्कुल भी चिंतित नहीं हैं।"
विचारों को दबाने की कोशिश
पवार ने कहा, हमने पिछले कुछ दिनों में देश के कई राज्यों और महाराष्ट्र में भी देखा है कि, केंद्रीय अधिकारियों ने अक्सर केंद्रीय जांच एजेंसी को अपने हाथों में लेकर अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया है। केंद्रीय तंत्र का उपयोग करके उन विचारों को दबाने का प्रयास किया जाता है जो आपसे सहमत नहीं हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है। लेकिन जब केंद्र की सत्ता हमारे हाथ में आई तो हमें ये सब चीजें नजर आने लगीं। मुझे नहीं लगता कि इसका कोई असर होगा। शरद पवार ने कहा कि लोग भी इसे गंभीरता से नहीं लेते हैं।
इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह अनिल देशमुख के नागपुर स्थित आवास पर छापा मारा। इससे पहले सीबीआई ने उनसे आठ घंटे तक पूछताछ की थी।
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