Advertisement

महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस सफल नहीं होगा: शरद पवार


महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस सफल नहीं होगा: शरद पवार
SHARES

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (sharad pawar) ने 'सामाना' (saamna) को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि महाराष्ट्र में 'ऑपरेशन लोटस' (operation lotus) सफल नहीं होगा। पवार का यह बयान उस समय आया है जब राजस्थान में राजनीतिक गहमागहमी (political crisis of rajsthan) काफी जोरों पर है। इस समय राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (ashok gehlot) और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (sachin pilot) के साथ दो गुटों में बंट गया है। हालांकि बगावत के चलते कांग्रेस ने सचिन पायलट को सभी पदों से हटा दिया है।

शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' (saamna) में इतना बड़ा इंटरव्यू देने वाले शरद पवार (sharad pawar) पहले गैर शिवसैनिक हैं। यह साक्षात्कार शिवसेना (shiv sena) नेता और 'सामाना ’के कार्यकारी संपादक द्वारा लिया गया था।

NCP प्रमुख ने विश्वास जताया कि शिवसेना की अगुवाई वाली महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सब कुछ सुचारू रूप से चलता है, तो वे अगला चुनाव एक साथ लड़ेंगे।

कांग्रेस, NCP और शिवसेना गठबंधन को महाराष्ट्र में सत्ता में आए लगभग आठ महीने हो चुके हैं और कई बार इनके बीच आंतरिक मतभेद भी पैदा हो चुके हैं।

हालांकि, पवार ने एमवीए सहयोगियों के बीच किसी भी तरह के मतभेद की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि, हमारे बीच जरा भी मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि तीन-पक्षीय गठबंधन आगामी चुनाव एक साथ लड़ेंगे।

इसके पहले महाराष्ट्र में एमवीए सरकार के बीच पैदा हुए मतभेद को लेकर लिए इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि इस साल अक्टूबर में सरकार को झटका लग सकता है क्योंकि राजस्थान में राजनीतिक हलचल की खबरों के बीच भाजपा राज्य में 'ऑपरेशन कमल' शुरू कर सकती है।

पवार ने विश्वास व्यक्त किया कि, 'ऑपरेशन लोटस' लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को कमजोर करने की कवायद लेकिन यह महाराष्ट्र में सफल नहीं होगी।

इससे पहले, बीजेपी नेता और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि पवार पिछले साल BJP के साथ सरकार बनाने के लिए चर्चा का हिस्सा थे, लेकिन कांग्रेस और शिवसेना के साथ हाथ मिलाने के लिए वेे अंतिम समय पर बाहर हो गए।

लेकिन पवार ने फडणवीस के इस दावों को खारिज कर दिया और कहा कि भाजपा ने कई बार सरकार बनाने के लिए राकांपा से संपर्क किया था, लेकिन उनकी पार्टी द्वारा इस प्रस्ताव को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया गया था।

Read this story in English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें