Advertisement

प्लास्टिक पर बंदी: चिराग तले अंधेरा, खुद सरकारी मातहत कर रहे प्लास्टिक का उपयोग


प्लास्टिक पर बंदी: चिराग तले अंधेरा, खुद सरकारी मातहत कर रहे प्लास्टिक का उपयोग
SHARES

राज्य सरकार द्वारा प्लास्टिक पर बुरी तह से प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद भी प्लास्टिक का चलन जारी है और यह चलन खुद मंत्रालय में जारी है। यानी सरकार के नीचे काम करने वाले ही सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, मतलब चिराग तले अंधेरा।  


खुद सरकार के मातहत कर रहे प्लास्टिक का उपयोग 

मुंबई लाइव के संवाददाता की पारखी नजर ने मंत्रालय कर्मचारियों की इस करतूत को पकड़ लिया। आपको बता दें कि इस समय अधिवेशन सत्र चल रहा है जिसके मद्देनजर सभी अधिकारी, नेता और क्लर्क से लेकर प्यून तक सभी उपस्थित होते हैं। उनके खाने पीने की भी व्यवस्था होती है, लेकिन यह खाना-पीना थर्माकोल या फिर प्लास्टिक की थैलियों और प्लेटो में ही लाया जाता है। जबकि सरकारी द्वारा जारी नियम के मुताबिक राज्य भर में गुड़ीपड़वा से थर्माकोल और प्लास्टिक पर पाबंदी लगी है, अगर कोई इस नियम को तोड़ता है तो उसे तीन महीने की जेल या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।


पानी पीने की जो बोतल होती है उसे नष्ट करने के लिए मंत्रालय में मशीन लगायी गयी थी, उस मशीन के उद्घाटन के अवसर पर सीएम फडणवीस सहित पर्यावरण मंत्री रामदास कदम, उद्योगमंत्री सुभाष देसाई और युवासेना अध्यक्ष आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे. बावजूद इसके प्लास्टिक के उपयोग करने की आदत लोगों द्वारा बंद नहीं हो रही है।


शिवसेना-बीजेपी में क्या चलता है यह उन्ही को मालूम है, एक प्रतिबंध लगाता है तो दूसरा उपयोग करता है. सत्ताधारी इस खेल को खेल रहे हैं. पहले खुद नियमों का पालन करना चाहिए उसके बाद दूसरों पर लागू करना चाहिए।
 
- धनंजय मुंडे, विरोधी पक्ष नेता

Read this story in मराठी
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें