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मंत्रालयों का बंटवारा: नाराजगी की बात एनसीपी ने नकारी तो शिव सेना ने माना

मंत्रलाय बंटवारा नहीं होने के बाद मंत्रालय का कामकाज भी ठप्प पड़ गया है। विपक्ष ने भी कई बार मंत्रलाय बंटवारा नहीं होने को लेकर सत्ता पक्ष पर हमला भी कर चुका है।

मंत्रालयों का बंटवारा: नाराजगी की बात एनसीपी ने नकारी तो शिव सेना ने माना
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महाराष्ट्र सरकार में विभागों के बंटवारे को लेकर शिवसेना(shiv sena) और एनसीपी (NCP) ने अलग-अलग राय जाहिर की है। जहां एक तरफ शिव सेना ने बंटवारे को लेकर गठबंधन की तीनों पार्टियों (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) के वरिष्ठ नेताओं के बीच खींचतान चलने की बात स्वीकार की है तो वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) का   कहना है कि महाराष्ट्र सरकार में विभागों के बंटवारे को लेकर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस (Shiv Sena-NCP-Congress) के बीच कोई मतभेद नहीं है। अब ऐसे में कौन सही बोल रहा है और कौन गलत यह कहना मुश्किल है।

महाराष्ट्र में सरकार का गठन हुए एक महीने से अधिक का समय हो चुका है। मुख्यमंत्री सहित उप मुख्यमंत्री तक शपथ ले चुके हैं। एक दिन पहले ही तीनों पार्टियों के 36 विधायकों को भी शपथ दिलाई गयी और गुरुवार को बंगले का भी आवंटन कर दिया गया, लेकिन जिस चीज पर सभी की निगाहें टिकी है वह अभी नहीं हो रही है, यानी मंत्रालय के बंटवारे की।

मंत्रलाय बंटवारा नहीं होने के बाद मंत्रालय का कामकाज भी ठप्प पड़ता जा रहा है। विपक्ष ने भी कई बार मंत्रलाय बंटवारा नहीं होने को लेकर सत्ता पक्ष पर हमला भी कर चुका है। इतने दिनों के बाद मंत्रालय बंटवारा नहीं होने पर इस बात के कयास लगाए जाने लगे कि मंत्रालय बंटवारे को लेकर पार्टियों के बीच मतभेद चल रहा है।

अब इस बात को लेकर शिव सेना और एनसीपी के बयान सामने आए हैं, लेकिन दोनों के बीच समानता नहीं है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को पत्रकरों से बात करते हुए कहा कि, महाराष्ट्र सरकार में विभागों के बंटवारे को लेकर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच कोई मतभेद नहीं है।

उन्होंने आगे कहा, ‘महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में कोई भी विभागों के बंटवारे को लेकर नाखुश नहीं है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गुरुवार या शुक्रवार को मंत्रियों के विभागों की घोषणा करेंगे।’’

लेकिन इस बारे में शिव सेना की राय अलग है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिवसेना ने राज्य में प्रमुख विभागों के बंटवारे को लेकर गठबंधन की तीनों पार्टियों (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) के वरिष्ठ नेताओं के बीच खींचतान की बात स्वीकार की है। पार्टी की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि कुछ विधायकों को मंत्री नहीं बनाया जा सका क्योंकि संभावितों की सूची बहुत बड़ी थी। 

सूत्रों के अनुसार मंत्रालयों का बंटवारा जल्द हो सकता है, लेकिन यह बात भी कही जा रही है कि, कांग्रेस और भी मंत्रालय चाहती है, जिसे लेकर शिव सेना और एनसीपी में बात नहीं बैठ रही है। इसीलिए मामला कब तक खीचेंगा कहना मुश्किल है। 

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