मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बीएमसी कमिश्नर अजॉय मेहता को निलंबित करने की मांग की है। निरुपम ने जोगेश्वरी स्थित 500 करोड़ रूपये के भूमि घोटाले में मेहता और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को सीधे-सीधे जिम्मेदार बताया है। बीएमसी कमिश्नर के निलंबन के साथ साथ निरुपम ने अजॉय मेहता पर कार्रवाई करने की भी मांग की है।
क्या है मामला
निरुपम के अनुसार यह जमीन ज्ञानप्रकाश शुक्ल नामके एक शख्स की है जिसने 2014 में बॉम्बे हाईकोर्ट से गुहार लगाई कि यह जमीन उसकी है और आरक्षण के तहत बीएमसी ने उससे लिया था। लेकिन अधिग्रहण की अवधि समाप्त होने के 10 साल बाद भी बीएमसी अभी तक इस जमीन पर कुछ भी नहीं किया इसीलिए यह जमीन उसे वापस की जाये। बीएमसी की तरफ से उसका पक्ष रखने के लिए कोई वकील भी नहीं था लिहाजा बीएमसी केस हार गयी। जिसके बाद कोर्ट के इस फैसले को लेकर बीएमसी ने ऊपरी अदालत में चुनौती देने से इनकार कर दिया गया।
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बीएमसी में भी हुआ हंगामा
इस मामले को लेकर बीएमसी में भी हंगामा मचा। कांग्रेस के नगरसेवकों ने इसकी जांच रिटायर जज से कराने की मांग की।साथ ही विधि विभाग के प्रमुख और डीपी विभाग के प्रमुख इंजीनियर को निलंबित करने की मांग की। कांग्रेस के साथ एनसीपी और सपा के नगरसेवकों ने भी इस जांच की मांग की।
आपको बता दें कि जोगेश्वरी में स्थित यह जमीन 13 हजार स्क्वायर मीटर है जिसे गार्डन, अस्पताल और सड़क बनाए जाने के लिए आरक्षित रखा गया था।