Advertisement

सोनू सूद मामले में घिरी शिव सेना, BJP, MNS सहित NCP भी सोनू के समर्थन में


सोनू सूद मामले में घिरी शिव सेना, BJP, MNS सहित NCP भी सोनू के समर्थन में
SHARES

शिवसेना सांसद संजय राउत(sanjay raut) द्वारा पार्टी के मुखपत्र सामना (saamna) में लिखे संपादकीय में अभिनेता सोनू सूद(actor sonu sood) की माइग्रेंट मजदूरों ( migrant workers) की मदद करने को लेकर सवाल उठाया गया है। लेकिन इस आर्टिकल के सामने आने के बाद शिव सेना घिर गई। BJP और MNS सहित कई नेताओं ने शिव सेना पर सवाल उठाए और सोनू सूद का समर्थन करते हुए दिखाई दिए।


 सबसे पहले इस लेख को लेकर बीजेपी हमलावर हुई। भाजपा विधायक राम कदम (Ram kadam) ने संजय राउत की भूमिका पर नाराजगी जताई। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'संजय राउत का लेखन बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कोरोना संकट के दौरान महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार और शिवसेना विफल रही है। सोनू सूद पर आरोप लगा कर शिव सेना अपना पाप नहीं छूूपा सकती।


 कदम ने आगे लिखा, खुद तो कुछ करते नहीं हैं और सोनू सूद जैसे लोग मानवता के लिए आगे आकर गरीबों की मदद करते हैं तो उनकी प्रशंसा करने के बजाय उनकी आलोचना करते हैं। क्या यह है आपका मानवता का धर्म है?


 कदम यही नहीं रुके, उन्होंने आगे लिखा, 'जो महाराष्ट्र सरकार का काम है वह काम सरकार ने नहीं किया। अभिनेता सोनू सूद जैसे लोग सड़कों पर उतर कर अपने खर्च पर गरीबों की मदद करते हैं, और लोग उनकी आलोचना करते हैं क्या यही  संस्कृति है? क्या शिवसेना नेता ऐसे ही करते हैं क्या?


 इसके बाद मनसे भी सोनू के समर्थन में उतर गई। मनसे नेता अमेय खोपकर (aney khopkar) ने सोनू सूद द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा की और संजय राउत को आड़े हाथों लिया।


 अमेय खोपकर ने ट्वीट कर लिखा कि, 'आपने इस लेख को लिखने के अलावा और क्या किया? आइए, जिसने अच्छा काम किया है, उसकी कदर करें, मन की उदारता दिखाएँ। इस तरह रोने से आपसे क्या उम्मीद करें?


 इस मुद्दे पर एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख (anil deshmukh) से जब पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि, संजय राउत ने क्या लिखा है उन्हें नहीं मालूम, लेकिन सोनू सूद जो कर रहे हैं वह अच्छा काम कर रहे हैं।


 जबकि इस मामले में उत्तर भारतीयों के बड़े नेता और पूर्व गृह राज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह (kripa shankar singh) ने कहा कि, जो भी गरीबों की मदद करता है चाहे वह सोनू हो या कोई और सभी की तारीफ करनी चाहिए। हालांकि उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।


 तो वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व मुंबई अध्यक्ष संजय निरुपम (sanjay nirupam) ने कहा कि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है, चूंकि शिव सेना अपने कार्य मे फेल हो गई है, पिछले ढाई महीने से गरीब मजदूर भूखे प्यासे तड़प रहे हैं। इसीलिए वह सोनू सूद पर हमलावर है। सोनू सूद की हमें तारीफ करनी चाहिए।


 क्या लिखा है राउत ने?


 संजय राऊत ने सामना में लिखा है कि, लॉकडाउन के दौरान अचानक सोनू सूद नाम का एक महात्मा तैयार हो गया है। एक झटके और चतुराई के साथ किसी को भी 'महात्मा' बनाया जा सकता है?


 संजय राउत ने आगे लिखा है कि, सोनू सूद एक अच्छा एक्टर है। उन्होंने कहा कि फिल्मों के लिए अलग-अलग डायरेक्टर होते हैं, सोनू सूद ने जो काम किया है वह अच्छा है, लेकिन ऐसा संभव है कि इसके पीछे एक राजनीतिक डायरेक्टर हो सकता है। बहुत चालाकी से वो 'महात्मा' सूद बनने की ओर हैं।


 सवाल उठते हुए राउत ने पूछा कि 'आखिर जब लॉकडाउन में लोगों को कहीं आने-जाने की अनुमति नहीं है तो बिना किसी राजनीतिक दल के मदद के उन्हें बस, ट्रेनें और फ्लाइट कैसे मिल जा रही हैं?

Read this story in English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें