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कोरोना कोविड सेंटर में छेड़छाड़, राज्य भर में 31 मार्च तक 'एसओपी' लागू

राज्य में कोविड सेंटरों (covid center) में महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ को रोकने के लिए सरकार की तरफ से प्रमाणित कार्य पद्धति (एसओपी) 31 मार्च तक लागू की गयी है।

कोरोना कोविड सेंटर में छेड़छाड़, राज्य भर में 31 मार्च तक 'एसओपी' लागू
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राज्य में कोविड सेंटरों (covid center) में महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ को रोकने के लिए सरकार की तरफ से प्रमाणित कार्य पद्धति (एसओपी) 31 मार्च तक लागू की गयी है। 

औरंगाबाद शहर के कोरोना सेंटर में एक डॉक्टर द्वारा एक महिला से छेड़छाड़ का मुद्दा विधानसभा में उठा। इस पर जानकारी देते हुए उप मुख्यमंत्री अजीत पवार (ajit pawar) ने कहा, 'यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। मामले की प्रारंभिक जांच स्थानीय महिला चिकित्सा अधिकारियों द्वारा की गई है।' उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 'मामला सामने आने के बाद संबंधित डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है।'

औरंगाबाद शहर के पदमपुरा इलाके में कोविद केंद्र में रात में राउंड लगाते समय डॉक्टर ने महिला से बलात्कार करने की कोशिश की थी। महिला के चीखने पर डॉक्टर भाग गया। घटना सामने आने के बाद प्रशासन ने जांच शुरू की।

कोविद केंद्र में हुई घटना का मुद्दा बुधवार को विधानसभा में उठाया गया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने इस पर एक बयान दिया। पवार ने कहा कि, 'औरंगाबाद में एक अस्पताल में इलाज करा रही बहन के साथ छेड़छाड़ की कोशिश दुर्भाग्यपूर्ण थी। पीड़ित बहन का बलात्कार नहीं हुआ लेकिन, छेड़छाड़ की कोशिश भी एक बुरी बात है। सरकार ने पूरी घटना को गंभीरता से लिया है। मामले की प्रारंभिक जांच स्थानीय महिला चिकित्सा अधिकारियों द्वारा की गई है। बहन से छेड़छाड़ के आरोप में एक प्रथम दृष्टया तथ्य सामने आया है।'

अजीत पवार ने कहा कि पूरी जांच के बाद रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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