पूरे देश में जब भी भारत का नाम आता है, तो सबसे पहले हमारी नजरों के सामने हमारा अपना तिरंग झंडा आता है। हमारा राष्ट्रीय झंडा हमारे देश की पहचान है। जो हर जगह हमें रिप्रेजेंट करता है। पर अपनी पहचान, अपनी आन बान और शान को जब मैं स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के बाद स्कूल के मैदान, सरकारी कार्यालयों के सामने सड़कों पर या फिर कचरे के ढेर में पड़ा देखता हूं तो दिल दुखता है और बहुत ज्यादा बुरा लगता है। मुझे पूरा भरोसा है कि यह आपके साथ भी होता होगा।
आखिर ऐसा क्यों होता है, जिस देश को आजाद कराने के लिए ना जाने कितने देशभक्त शहीद हुए। इतनी कुर्बानियों के बाद जब हमें एक पहचान मिली, हम उसे संभाल नहीं पा रहे हैं? हम अपनी देशभक्ति दिखाने के चक्कर में स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के मौके बड़ी तादात में झंडे तो खरीद लेते हैं। पर उसे उचित सम्मान देने में पीछे रह जाते हैं। हमारी जरा सी गलती की वजह स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के बाद हमारी शान सड़को पर और कचंरे में पहुंच जाते हैं। पर इस बात का खयाल रखना बहुत जरूरी है कि आपकी देशभक्ति कहीं देश के झंडे का अपमान ना कर दे।
हमें चाहिए कि बहुत ज्यादा तिरंगा खरीदें ही नहीं या खरीद लेते हैं तो उन्हें डिस्पोज करने का इंतजाम जरूर करें। आइए जानते हैं इस संबंध में भारत का फ्लैग कोड क्या कहता है।
कल पूरे देश के साथ साथ हमारा मुंबई शहर भी देशभक्ति में सराबोर होगा। इस मौके पर जगह जगह देशभक्ति के नारे लगाए जाएंगे। स्कूल, कॉलेज में देशभक्ति से संबंधित विविध कार्यक्रमों का आयोजना होगा। हर पल हमारे देश की शान हमारा झंडा हमारी आंखों के सामने होगा। पर बस इतना खयाल रखा जाए इसका कहीं अपमान ना हो सके।
मैं चाहूंगा कि कुछ लोग इसके लिए आगे आएं और जिम्मेदारी पूर्वक स्वतंत्रता दिवस के बाद डैमेज झंडे को एकत्र कर लें। और उन्हें सम्मान पूर्वक डिस्पोज कर दें। अगर ऐसा होगा तो हमारे देश का सम्मान सड़को पर पड़ा नहीं रहेगा।