आईआईटी बॉम्बे , जो अपने पाठ्यक्रम और शोध के लिए दुनियां भर में मशहूर है, एक बार फिर से अपना परटम लहराया है। 25 अप्रैल को तेल और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (ओएनजीसी) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सौर विमान प्रतियोगिता में मुंबई की आईआईटी को पहला स्थान मिला है।
1 हजार सौर चूल्हे का ऑर्डर
विशेष रूप से आईआईटी बॉम्बे के छात्रों द्वारा तैयार किये गए सौर चुल्हे को चुना गया और इ सके साथ ही इनाम के रूप में 10 लाख रूपए दिए गए हैं। यहां तक कि ओएनजीसी ने ऐसे 1000 सौर कुकर बनाने का ऑर्डर भी दिया है।
कैसे हुआ चुनाव
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी महोत्सव के उपलक्ष्य में सौर चूल्हे के अधिक से अधिक इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए ओनजीसी की ओर से इस स्पर्धा का आयोजन किया गया था। इस समिति के अध्यक्ष अणुऊर्जा आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल काकोडकर थे। समिति ने 1500 प्रतियोगियों में से 20लोगों का चयन किया। इस स्पर्धा में 20 चुने हुए प्रतियोंगियों को सौर चुल्हा का एक मॉडल पेश करने के लिए कहा गया था। जिसमें बॉम्बे आईआईटी के छात्रों द्वारा तैयार किया गया सौर चूल्हा नंबर एक पर था।