पालघर जिले में स्थित वधावन बंदरगाह और समृद्धि राजमार्ग को भारवीर (तालिबान, चांदवाड़, जिला नासिक) से एक माल ढुलाई गलियारे द्वारा जोड़ा जाएगा। मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में 104.898 किलोमीटर लंबे इस राजमार्ग को मंजूरी दी गई।
1500 करोड़ रुपये का ऋण
यह परियोजना महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के माध्यम से शुरू की गई है और इसके लिए 'हुडको' से 1,500 करोड़ रुपये का ऋण लिया जाएगा। कैबिनेट ने इस ऋण के साथ 2,528 करोड़ 90 लाख रुपये के प्रावधान को भी मंजूरी दी।
यह प्रस्ताव इस बंदरगाह को हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि राजमार्ग से जोड़ने के लिए है ताकि वधावन बंदरगाह के माध्यम से जलमार्ग से अंतर्राष्ट्रीय माल परिवहन देश के सभी हिस्सों तक शीघ्रता और किफायती दर पर पहुँच सके।
केंद्र सरकार के भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने वर्तमान में सागरमाला परियोजना के तहत वधावन बंदरगाह से तवा तक 32 किलोमीटर लंबे राजमार्ग का निर्माण कार्य अपने हाथ में लिया है।समृद्धि राजमार्ग से वधान बंदरगाह तक पहुँचने के लिए, भारवीर-आमने (समृद्धि राजमार्ग) से वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे तक जाना पड़ता है। इस कारण लगभग 82 किलोमीटर की अनावश्यक यात्रा करनी पड़ती है।
भविष्य में वधान बंदरगाह पर यातायात की भारी मात्रा को देखते हुए, विदर्भ, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र के यातायात के लिए उपयुक्त राजमार्ग का निर्माण अत्यंत आवश्यक है। यह एक्सप्रेसवे पालघर जिले के दहानू, विक्रमगढ़, जौहर और मोखदा तथा नासिक जिले के त्र्यंबकेश्वर और इगतपुरी तालुकाओं से होकर गुजरेगा।
वधान बंदरगाह से भारवीर तक की यात्रा वर्तमान 4-5 घंटे से घटकर लगभग 1 से 1.5 घंटे रह जाएगी, जिससे यात्रा समय में भारी बचत होगी।चूँकि संचार व्यवस्था तेज़ हो गई है, पालघर और नासिक जिलों के लघु, मध्यम और भारी उद्योगों, कृषि संस्थानों, शैक्षणिक संस्थानों, आईटी कंपनियों और कृषि-औद्योगिक केंद्रों को इसका लाभ मिलेगा। इससे स्थानीय लोगों को बेहतर रोज़गार और बेहतर बाज़ार मिलेगा।
यह भी पढ़े- ST निगम 'यात्री ऐप' लॉन्च करेगा