सूचना का अधिकार के इस्तेमाल से ये बात सामने आई है की 191 फुट ओवरब्रिज (एफओबी) और 89 रोड ओवरब्रिज (आरओबी) की सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे(IIT) द्वारा अभी तक मध्य रेलवे को नहीं दिया गया है। इसके साथ ही आरटीआई से भी इस बात का खुलासा हुआ है की मध्य रेलवे ने अभी तक सिर्फ आधी फिस यानी 3.37 करोड़ा का 50 प्रतिशत 1.68 करोड़ का ही भूगतान किया है जो की ऑडिट रिपोर्ट के लिए रेलवे को देना है।
आमतौर पर, एफओबी और सड़क ओवरब्रिज के सुरक्षा ऑडिट बाहरी एजेंसियों को नहीं सौंपे जाते हैं और रेलवे इंजीनियरों द्वारा मानसून से पहले और बाद में सालाना निरीक्षण किया जाता है। पिछले साल 3 जुलाई को अंधेरी स्टेशन पर एक आरओबी का एक हिस्सा गिरने के बाद रेलवे ने आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से उपनगरीय नेटवर्क में 445 संरचनाओं का निरीक्षण किया। आरटीआई एक्टिविस्ट अनिल गलगली द्वारा दायर आरटीआई में इस बात का जवाब आया है की आईआईटी बॉम्बे ने इस साल अगस्त और मार्च के बीच 191 एफओबी और 89 आरओबीएस का सेफ्टी ऑडिट किया था, लेकिन उन पर रिपोर्ट अभी भी सौंपी जानी थी।
गलगली ने इस मुद्दे को "अव्यवसायिक" कहा और उन्होने रेल मंत्री पीयूष गोयल से अपील की है की ऑनलाइन अपलोड करके सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट को सार्वजनिक करें।
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