पिछले कुछ महीनों से, वित्तीय संकट से जूझ रही बेस्ट ने अपनी आर्थिक स्थिती को दूरुस्त करने के लिए 450 बसें भाड़े से लेने का फैसला किया था। हालांकी बेस्ट कर्मचारियों ने इसका विरोध भी किया था। बेस्ट में अब कर्मचारियों को इस बात के लिए मना लिया है साथ ही उनके कुछ और मांगो को भी पूरा करने का फैसला लिया है।
कर्मचारियों से बातचीत
परेल में मंगलवार को समिति द्वारा एक बैठक आयोजित की गई। इस मौक् पर कर्मचारियों ने सुलह के एजेंडे के लिए अनुकूलता दिखाई। बाद में, कोलाबा में बेस्ट भवन में ट्रेड यूनियन और प्रशासन के बीच एक नैतिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
किन मांगो को किया गया मान्य
अप्रैल
2007 से भर्ती किए गए कर्मचारियों मई से मासिक वेतन में 10
प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की जाएगी,
बेस्ट को होनेवाले नुकसान की भरपाई बीएमसी की ओर से कि जाएगी,
बेस्ट की 3337 बसोे और कर्मचारियों को नहीं हटाया जाएगा, बसों को भाड़े से लेने के लिए बीएमसी पैसे देगी, सेवानिृवृत्त कर्मचारियों की बाकी रकम सितंबर तक पूरा करना,
जनवरी में हुए आंदोलन में शामिल कर्मचारियों पर किसी तरह की कोई भी कार्रवाई ना हो जैसी कई अन्य मांगो को बेस्ट की ओर से पूरा करने का आश्वासन दिया गया है।
बेस्ट का ही हो कंडक्टर
इसके साथ ही बेस्ट में यह भी फैसला किया है की भाड़े से लिये जानेवालो बसों में कंडक्टर बेस्ट के ही कर्मचारी होंगे तो वही इस बस में चालक निजी स्तर पर होंगे।