टिकट खिड़कियों पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए अब मध्य रेलवे ने निर्णय लिया है कि वो अब भीड़ कम करने के लिए रेलवे प्लेटफॉर्म पर स्मार्ट कार्ड पर आधारित एटीवीएम मशीन लगाएगी। मध्य रलेवे के अनुसार कुल 329 एटीवीएम मशीनें लगाई जाएंगी जिसमें से 148 एटीवीएम मशीन आने वाले महीने में लगेंगे। इस एटीवीएम मशीन से टिकट निकालना और भी सुविधाजनक होगा।
इस समय कुल 429 मशीनें
इस समय मध्य रेलवे के उपनगरीय स्टेशनों पर कुल 429 एटीवीएम मशीनें लगाई गयीं है जिसमें से 300 मशीनें नयी हैं और 129 मशीनें पुरानी हैं. इसमें से 60 से 65 मशीनें खराबी के कारण बंद हो चुकी है।
टच स्क्रीन की समस्या
2007 में रेलवे 'एक्सल' कंपनी का एटीवीएम मशीन उपयोग कर रही थी। इस मशीन का टच स्क्रीन जल्द ही खराब हो गया। इसके बाद 2012-13 में 'फ़ोर्ब्स' एटीवीएम मशीनों का उपयोग होने लगा। इन मशीनों पर सेवा देने के लिए रेलवे ने रिटायर हो चुके कर्मचारियों को ठेके पर नियुक्ति की। जिन यात्रियों के पास स्मार्ट कार्ड नहीं थे वे भी यहां से टिकट ले सकते हैं।
टिकट काउंटर से सबसे अधिक बिक्री
इस समय मध्य रेलवे में कुल 27 फीसदी एटीवीएम मशीनों से टिकट की बिक्री होती है साथ ही टिकट काउंटर से 54 फीसदी टिकटों की बिक्री होती है। जबकि जन साधारण टिकट बुकिंग से एक रूपये अतिरिक्त लेकर जो टिकट बेचते हैं उनसे 18 फीसदी टिकट बिक्री हो रही है। इंटरनेट के माध्यम से मात्र 5.4 फीसदी ही टिकटों की बिक्री होती है।
69 KTVM मशीन
रेलवे के पास कैश या फिर क्वाइन डाल कर टिकट लेने की कुल 69 मशीनें (क्वाइन टिकट वेंडर मशीन)उपनगरीय रेलवे स्टेशनों पर लगाई गयीं हैं. ठाणे-कल्याण में 4, सीएसएमटी, दादर, एलटीटी में 3 मशीनें लगाई गयीं हैं।