आम लोगों के लिए पिछले कई महीनों से बंद मुंबई की लाइफलाइन लोकल ट्रेन (mumbai life line local train) को राज्य सरकार ने आखिरकार सोमवार 1 फरवरी से कुछ शर्तों के साथ खोल दिया। लेकिन इन शर्तों को लेकर कई लोगों ने नाराजगी व्यक्त की है, क्योंकि आम लोगों को यात्रा करने के लिए जो समय दिया गया है, वह ऑफिस, दूकान या कारखाने जाने के लिए उपयुक्त नहीं है। यानी पीक ऑवर (peak hour) में आम लोगों को यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।
इसके अलावा, पश्चिमी (Western railway) और मध्य रेलवे (central railway) ने यह भी सूचित किया है कि, जिनके पास लॉकडाउन (lockdown) के कारण समाप्त हो चुके हैं, उनके लिय अगले सोमवार से दिन बढ़ाये जाएंगे।
बतादें की, 24 मार्च, 2020 से ही उपनगरीय रेल सेवा बंद कर दी गई है। जिन यात्रियों ने पहले से ही 1-महीने, 3-महीने, 6-महीने और साल भर के पास निकाल लिए थे, वे सभी तो लॉकडाउन में समाप्त हो गए। उनमें से कई द्वितीय श्रेणी के साथ-साथ प्रथम श्रेणी के थे, जबकि कुछ ने एसी का पास निकाला था।
जैसे ही लोकल सेवा (local service) बंद हुई, वैसे ही यह सवाल उठने लगा कि, जिन लोगों के पास की वैलिडिटी अभी बाकी थी, उनका क्या होगा? कई यात्रियों के मन में इस बात को लेकर आशंका थी कि, क्या आम यात्रियों के पास को बढ़ाया जाएगा? हालांकि आवश्यक सेवा कर्मियों के पास को उसी समय बढ़ा दिया गया था, जब लोकल चलना शुरू हुई थी, यानी जून महीने से।
जिन यात्रियों का पास कोरोना अवधि के दौरान ही खत्म हो गया था, उनकेे पास का सोमवार से विस्तार उतने दिन के लिए किया जाएगा, जितने दिन का नुकसान उन्हें लॉकडाउन में हुआ था। मतलब लॉकडाउन के कारण, पास के लिए बचे दिनों की संख्या को अब बढ़ाया जाएगा।