देश भर के सभी प्रकार केे हाइवेे पर 15 फरवरी से फास्टैग (FasTag) लागू किया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (nitin gadkari) ने फिर से फास्टैग को लागू करने की तारीख को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है। इसलिए, यदि किसी भी वाहन पर कोई फास्टैग स्टिकर नहीं लगा होगा तो उस वाहन मालिक से जुर्माने के रूप में डबल टोल वसूल किया जाएगा। हालांकि इस मामले में मुंबईकरों को राहत मिली है। मुंबई (Mumbai में एक महीना बाद ही फास्टैग लगाना अनिवार्य होगा।
टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतारें लगती हैं। वाहन मालिकों को टोल का भुगतान करने में काफी समय लगता है। इसलिए, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस भीड़ से बचने के लिए और समय बचाने के लिए 'वन नेशन, वन फास्टैग' (one nation one FasTag) नीति लागू की है। राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र में 47 टोल नाका, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल के अधिकार में आने वाले मुंबई-पुणे हाइवे और एक्सप्रेसवे पर फास्टैग को अनिवार्य किया गया है।
मुंबई के सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग सिस्टम स्थापित किया जा रहा है और फास्टैग का 100 प्रतिशत कार्यान्वयन अगले महीने के भीतर संभव हो जाएगा। देश में फास्टैग का उपयोग लगभग 80 प्रतिशत है और महाराष्ट्र में यह 70 से 75 प्रतिशत है। हालांकि, 15 फरवरी से फास्टैग के बिना वाहनों को दोगुना टोल चुकाना होगा। जिसके बाद इसकी उपयोग करने की दर बढ़ सकती है।
फास्टैग को लागू करने के लिए टोल प्लाजा पर मार्शल नियुक्त किए जाएंगे। यदि किसी वाहन पर कोई फास्टैग नहीं है, तो मार्शल टोल बूथ पर ही फास्टैग बिक्री सेंटर पर ड्राइवर को ले जाएगा और उससे फास्टैग को खरीदने के लिए कहेगा।