Advertisement

दौड़ कर ट्रेन पकड़ने की कोशिश में ट्रेन से लटका और फिर....


दौड़ कर ट्रेन पकड़ने की कोशिश में ट्रेन से लटका और फिर....
SHARES

कल्याण में ड्यूटी में तैनात टिकट निरीक्षक शशिकांत चव्हाण को संदीप के परिवार वाले जिंदगी भर दुआयें देंगे आखिर शशिकांत ने काम ही वैसा किया है। संदीप थोड़ी से लापरवाही के चलते अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठता अगर वहां शशिकांत चव्हाण नहीं होते तो।

खबर के अनुसार यूपी का रहने वाला 20 वर्षीय संदीप सोनकर गाँव जाने के लिए कल्याण स्टेशन से 9:40 बजे की पुष्पक ट्रेन पकड़ने के लिए घर से निकला था। संदीप को स्टेशन पहुंचने में थोड़ा लेट हो गया। संदीप जब स्टेशन पहुंचा तो ट्रेन चल पड़ी थी।

हाथ में सामान लिए संदीप ने ट्रेन पकड़ने के लिए दौड़ लगा दी। संदीप ने जैसे ही ट्रेन का रॉड पकड़ कर ऊपर चढ़ना चाहा वैसे ही उसका संतुलन बिगड़ गया और वह चलती ट्रेन के बाहर लटकने लगा।

वहां ड्यूटी पर तैनात टिकट निरीक्षक शशिकांत चव्हाण ने देखा तो बड़ी फुर्ती के साथ उन्होंने संदीप को सपनी ओर खींच लिया जिससे संदीप की जान बच गयी।

रोज की तरह मैं स्टेशन पर अपनी ड्यूटी कर रहा था। प्लेटफॉर्म पर एक्सप्रेस गाड़ी आई थी। संदीप चलती ट्रेन में चढ़ने लगा और वह बाहर लटकने लगा। इतने में मैं और मेरे सहयोगियों ने उसे बाहर खींच लिया।
शशिकांत चव्हाण, तिकीट निरीक्षक, कल्याण

Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें