केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की कि गोवा-मुंबई फेरी सेवा दिसंबर 2017 तक शुरू कर दी जाएगी। सागर माल परियोजना के तहत इस नौका सेवा की शुरूआत की जाएगी । भारत के बंदरगाहों के आधुनिकीकरण की सरकार की इस परियोजना का अनुमान 2.17 लाख करोड़ रुपये है।बताया जा रहा है की यह नौका सेवा वेंगुर्ला, मालवान और रत्नागिरि सहीत अन्य जगहों से होकर गुजरेगी ताकी ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को इसका फायदा मिल सके।
इस बारे में 12 प्रमुख बंदरगाहों और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, ड्रेजिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, डायरेक्टरेट ऑफ दी लाइथहाउस्स और लाइटशिप, इनलैंड वाटरवेज़ अथॉरिटी ऑफ इंडिया, डीजी शिपिंग, प्रमुख बंदरगाहों के लिए टैरिफ प्राधिकरण, भारतीय पोर्ट रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और इंडियन पोर्ट्स एसोसिएशन के बीच एक बैठक भी की गई।
मुंबई-गोवा नौका सेवा इतिहास
मुंबई-गोवा नौका सेवा परिवहन कोई पहली बार नहीं होगा। 1980 तक चलनेवाले इस सेवा को बंद कर दिया गया था। 60 और 70 के दशक में कोंकण शक्ति और कोंकण सेवा के जरिए यहां फेरी की सेवा शुरु थी। एक लोगों को मुंबई से गोवा लेकर आती थी तो वहीं दूसरी नौका लोगों को गोवा से मुंबई लेकर जाती थी। इसके साथ ही 1994 तक होवरक्राफ्ट सेवा में भी लोगों ने अच्छा प्रतिसाद दिया।