महाराष्ट्र के पालघर(palghar) जिले के नालासोपारा(Nalasopara) रेलवे स्टेशन पर बुधवार की सुबह यात्रियों की भारी भीड़ लगा दी जब मुंबई की बसों ने यात्रियों की संख्या को सीमित कर दिया। विवरण के अनुसार, यात्री ज्यादातर निजी कंपनियों(Private company) के कर्मचारी थे, जो सुबह अपने घरों से बाहर निकल गए थे, हालांकि, उन्हें काम पर पहुंचने के लिए बसें नहीं मिलीं।
आफिस जानेवाले कर्मचारियों ने किया आंदोलन
एसटी बसें आपातकालीन सेवाओं और अन्य कर्मचारियों के लिए हर सुबह नालासोपारा(Nalasopara) से जाती हैं। जिन यात्रियों की अचानक भीड़ थी, वे अपने निजी कार्यालयों में काम के लिए मुंबई जाने वाले थे। इन यात्रियों ने जोर दिया कि ’हमें उस बस में यात्रा करने की अनुमति दें जो आवश्यक सेवाओं के लिए जारी की जा रही है’।
बस नही चलने के कारण विरोध
यात्रियों के लिए नालासोपारा एसटी स्टैंड से 100 से 150 एसटी जारी किए जाते हैं। हालांकि, बुधवार को लंबे इंतजार के बावजूद एसटी को एसटी स्टेशन से छोड़ा नहीं किया गया। पूछताछ के दौरान, यात्रियों को सूचित किया गया कि एसटी को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया था। नतीजतन, यात्रियों ने अपना संयम खो दिया और विरोध करना शुरू कर दिया
घटना की सूचना उत्तेजित यात्रियों द्वारा रेलवे पटरियों पर एकत्र होने और मुंबई लोकल लाइन को अवरुद्ध करने के बाद मिली, जो केवल आवश्यक सेवाओं के लिए चालू है। यात्रियों ने अधिकारियों से ट्रेन से यात्रा करने की अनुमति देने की भी मांग की ताकि वे काम पर पहुंच सकें।
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