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पश्चिम रेलवे का एक और अनूठा कीर्तिमान, महिला स्‍टाफ क्रू द्वारा चलाई गई पहली मालगाड़ी

पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने इस महत्‍त्‍वपूर्ण उपलब्धि पर अपनी प्रसन्‍नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह वास्तव में पश्चिम रेलवे के लिए एक यादगार दिन है।

पश्चिम रेलवे का एक और अनूठा कीर्तिमान, महिला स्‍टाफ क्रू द्वारा चलाई गई पहली मालगाड़ी
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पश्चिम रेलवे (western railway) पर पहली बार एक सम्‍पूर्ण महिला क्रू ने 5 जनवरी, 2021 को वसई रोड से वडोदरा तक एक मालगाड़ी का परिचालन कर नया कीर्तिमान स्‍थापित किया और महिला सशक्तिकरण का एक शानदार उदाहरण प्रस्‍तुत किया। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कंसल ने इस महत्‍त्‍वपूर्ण उपलब्धि पर अपनी प्रसन्‍नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह वास्तव में पश्चिम रेलवे के लिए एक यादगार दिन है। महाप्रबंधक ने इन महिला कर्मचारियों के दृढ़ संकल्प और दृढ़ इच्छाशक्ति की सराहना करते हुए उनका अभिनंदन किया और कहा कि वे वास्तव में अन्य महिलाओं के लिए अनुकरणीय आदर्श मॉडल हैं।

पश्चिम रेलवे के मुख्‍य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 5 जनवरी, 2021 को वसई रोड से वडोदरा तक जाने वाली मालगाड़ी को लोको पायलट सुश्री कुमकुम सूरज डोंगरे, सहायक लोको पायलट सुश्री उदिता वर्मा और गुड्स गार्ड सुश्री आकांक्षा राय के सम्‍पूर्ण महिला क्रू द्वारा परिचालित किया गया। पश्चिम रेलवे के लिए अपनी तरह की पहली उपलब्धि है, जब सम्‍पूर्ण महिला चालक दल द्वारा किसी मालगाड़ी का परिचालन किया गया है।

ठाकुर ने बताया कि गार्ड और लोको पायलटों के काम की कठिन प्रकृति के कारण जिसमें लंबी दूरी की यात्राएं भी शामिल रहती हैं, बहुत कम महिलाएं इन पदों पर नौकरी के लिए आगे आती हैं। यह उपलब्धि भारतीय रेलवे में ऐसी चुनौतीपूर्ण नौकरियों के लिए अन्य महिलाओं को प्रेरित करने में एक अहम भूमिका निभायेगी।

ठाकुर ने आगे कहा कि पश्चिम रेलवे हमेशा प्रत्येक विभाग में महिलाओं की भागीदारी को लगातार प्रोत्साहित करती रही है। यहां तक कि बड़ी चुनौतियों वाली नौकरियों में भी, जिन्हें पहले पुरुषों के डोमेन के रूप में माना जाता था, अब महिलाएं उल्‍लेखनीय रूप से आगे आ रही हैं। यह भी उल्‍लेखनीय है कि भावनगर डिवीजन के विभिन्न स्टेशनों पर महिला पोर्टर्स कार्यरत हैं, जबकि मुंबई में सुश्री प्रीति कुमारी उपनगरीय ट्रेनों को चलाने वाली पश्चिम रेलवे की पहली मोटरवुमन हैं।

बकौल ठाकुर ने कहा कि अब हमारे देश की महिलाएं चुनौतीपूर्ण नौकरियों को स्वीकार करने और घरेलू कामों की सीमा से परे अपनी क्षमताओं को साबित करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। पश्चिम रेलवे इन बहादुर महिला कर्मचारियों के साहस और दृढ़ संकल्प को सलाम करती है।

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