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मुझे कभी नहीं लगा कि मैं लोगों को हंसा सकता हूं : वरुण शर्मा

वरुण शर्मा बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा और बादशाह के साथ नजर आएंगे। वे इस फिल्म में सोनाक्षी के भाई का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म रिलीज हो उससे पहले हमने वरुण से खास मुलाकात की।

मुझे कभी नहीं लगा कि मैं लोगों को हंसा सकता हूं : वरुण शर्मा
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फिल्म ‘फुकरे’ से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत करने वाले वरुण शर्मा इन दिनों नई ऊंचाइयों को चूम रहे हैं। इस समय उनकी झोली में 5-6 फिल्में हैं। हाल ही में उनकी दो फिल्मों ‘अर्जुन पटियाला’ और ‘खानदानी शफाखाना’ के ट्रेलर रिलीज हुए हैं। ‘खानदानी शफाखाना’ में चूचा यानी वरुण शर्मा बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा और बादशाह के साथ नजर आएंगे। वे इस फिल्म में सोनाक्षी के भाई का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म रिलीज हो उससे पहले हमने वरुण से खास मुलाकात की, इस दौरान उन्होंने फिल्म और पर्सनल जिंदगी से जुड़े कई सवालों का बेबाकी से जवाब दिया।

  • नहीं हंसाती कॉमेडी
  • टाइपकास्ट होने का डर
  • कॉमेडी से ज्यादा सेक्स
  • है डर पर कोशिश जारी 
  • कॉमेडी टीम वर्क है

एक साथ आपकी दो से तीन फिल्में आ रही हैं, अंदर किसी तरह का डर

मैं खुद को बहुत खुश नसीब समझा रहा हूं। दो साल की मेहनत दर्शकों के सामने डेढ़ महीने में आ रही है। मैं मानता हूं, खासकर कॉमेडी जॉनर से लोगों को उम्मीदें बहुत हैं। मैं उसके लिए अपना पूरा प्रयास कर रहा हूं। पिछली कुछ फिल्मों से मुझे दर्शकों का खासा प्यार मिला है। बस डर इस बात का है कि मैं उनकी उम्मीदों पर खरा उतरूं और उनके चेहरे पर मुस्कान ला सकूं। जिसके लिए मैंने पूरा प्रयास किया है।

दर्शकों को हंसाना सहज या मुश्किल? 

हमारे अंदर धीरज की कमी हो गई है। इसलिए हम बहुत जल्दी ही किसी भी चीज से परेशान हो जाते हैं। निश्चित ही आज के समय में किसी को हंसा पाना मुश्किल काम है। पर जब एक फिल्म में कॉमेडी की बात होती है तो कोई अकेला बंदा यह नहीं कर सकता, इसके लिए पूरी टीम का सहयोग जरूरी होता है। आप अपनी तरफ से कितनी भी मेहनत कर लो सीन शूट भी हो जाए आपने अच्छी खासी कॉमेडी कर ली पर सामने से प्रतिक्रिया ना आए तो वह सीन बेमतलब हो जाता है।

आपको किस तरह की फिल्में या शोज हंसाते हैं?

मैं कॉमेडी शो या स्टैडअप कॉमेडी बिलकुल नहीं देखता, मुझे थ्रिलर और डार्क चीजें देखना पसंद हैं। ऐसा क्यों हैं, मुझे नहीं पता। नेटफ्लिक्स पर मैंने ‘3 पर्सेंट’ और ‘ब्लैक मिरर’ देखा है। ‘ब्लैक मिरर’ तो मेरा फैवरेट शो है। इसके अलावा मैं फिल्में सभी देखता हूं, बॉलीवुड-हॉलीवुड। मुझे क्या हंसाता है, मुझे समझ में नहीं आ रहा। दरअसल मैं सोचता बहुत हूं। लोगों कि जैसे हॉबी होती है, डांसिंग सिंगिंग, मेरी थिंकिंग है। मैं मजाक नहीं कर रहा, सच मैं थिंकिंग ही मेरी हॉबी है।     

लगातार कॉमेडी फिल्में, क्या आपको टाइपकास्ट होने का डर नहीं लगता?

मैं बेहद खुश हूं कि मुझे बड़ी-बड़ी फिल्मों में बड़ी-बड़ी हस्तियों के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। सबसे पहले जरूरी है, कास्ट होना और टाइपकास्ट तो बाद में आता है। मुझे कॉमेडी करना लोगों को हंसाना अच्छा लगता है और मैं इससे कभी बोर नहीं होता। मुझे ऐसा लगता कि जब मैं बोर नहीं होता तो दर्शक भी बोर नहीं होंगे। पर हां इसके लिए लगातार नए नए प्रयास की जरूरत होती है, जो मैं करता हूं। मेरी एक और फिल्म आ रही है ‘रूह आफजा’ जो कि एक हॉरर-कॉमेडी फिल्म है। जिसमें दर्शकों को अलग तरह की कॉमेडी देखने को मिलेगी। इस फिल्म में हम डरात-डराते हंसाएंगे और हंसाते-हंसाते डराएंगे।

खानदानी शफाखाना में आपका किरदार?

इस फिल्म में सोनाक्षी और मैं भाई-बहन का किरदार निभा रहे हैं। मैं उनका भाई हूं, जिसमें हमारी एक फैमिली है। छोटे शहरों में अभी भी धारणा बनी हुई है कि पुरुष डॉक्टर का गायकनालॉजिस्ट होना ठीक है, पर महिला का सेक्सोलॉजिस्ट होना उनके लिए ठीक नहीं है। अब ऐसे माहौल में एक महिला को सेक्सोलॉजिस्ट बनना है, जिसके खिलाफ सब हैं पर उसका भाई इसमें उसका सपोर्ट करता है। हलांकि वह भाई निकम्मा और नकारा है, जिसके पास कोई काम नहीं है।

पहली बार कब लगा कि आप लोगों को हंसा सकते हैं?

‘फुकरे’ फिल्म से पहले मुझे कभी नहीं लगा कि मैं कॉमेडी कर सकता हूं या लोगों को हंसा सकता हूं। मेरा शुरु से ही एक्टिंग की ओर झुकाव रहा है, इसलिए मैंने बहुत सारे प्ले किए, मैंने अस्वस्थामा भी किया, पर कॉमेडी कभी नहीं की, मैने एकदम सीरियस कैरेक्टर प्ले किए। मुझे कभी लगा ही नहीं था कि मैं किसी को हंसा सकता हूं। पर ‘फुकरे’ के बाद जिंदगी ने ऐसा टर्न लिया कि कॉमेडी ही जॉनर बन गया।

इस फिल्म में कॉमेडी से ज्यादा सेक्स मुद्दा है, स्क्रिप्ट सुनने के बाद आपका क्या रिएक्शन था? 

जब मैंने डेब्यू किया था, तो मृगदीप लांबा ने मुझे पहला ब्रेक दिया था और अब वे एक प्रोड्यूसर के तौर पर डेब्यू कर रहे हैं। इसलिए भी मेरे लिए यह फिल्म बेहद ही खास है। फिल्म का लिखे जाने से लेकर पिचिंग होने तक मैंने इसका पूरा प्रोसेस देखा है। जिस तरह से मेरी पहले की फिल्में फैमिली फिल्में रही हैं, वैसे ही यह भी एक फैमिली फिल्म है। फिल्म में सेक्स एक टॉपिक है। फिल्म आपको पूरी तरह से एंटरटेन करेगी, साथ ही आपको एक मेसेज भी देगी। पर मेसेज लेना ना लेना आपके ऊपर होगा।

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