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जब देव आनंद के काले कोट पहनने पर लगा दी गई थी पाबंदी

‘गाइड’ फिल्म तो देव आनंद के जीवन में मील का पत्थर साबित हुई थी। इस फिल्म को हिंदी और अंग्रेजी भाषा में बनाया गया था और आज भी यह फिल्म लोगों के बीच लोकप्रिय है।

जब देव आनंद के काले कोट पहनने पर लगा दी गई थी पाबंदी
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जब जब हिंदी सिनेमा के इतिहास का जिक्र आएगा, सदाबहार बॉलीवुड अभिनेता देव आनंद के बिना अधूरा ही रहेगा। आज देव आनंद का जन्मदिन है। उनका जन्म 26 सितंबर 1923 में गुरुदासपुर में हुआ था और 3 दिसंबर 2011 में उन्होंने आखिरी सांस ली थी।


देव आनंद को सदाबहार अभिनेता इसलिए कहा जाता क्योंकि ना तो उनके चेहरे पर कभी उम्र का इंटरवल आया और न ही उनके जोश में कभी कोई कमी दिखाई पड़ी। वे ताउम्र एक से बढ़कर एक फिल्में बनाते रहे और लोगों के बीच अपनी अदाओं का जादू बिखेरते रहे।

देव आनंद ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत 1946 में आई फिल्म 'हम एक हैं' से की थी। देव आनंद का व्यक्तित्व इतना दिलकश था कि ना सिर्फ लाखों आम लड़कियां उनकी दीवानी थीं बल्कि उनके साथ काम कर चुकी कई अभिनेत्री भी उन पर मरती थीं।


देव साहब इंडस्‍ट्री के सबसे हैंडसम अभिनेता में शुमार थे। देव आनंद अपने लुक, दमदार एक्टिंग के अलावा डायलॉग डिलीवरी के लिए भी जाने जाते थे। इनकी लोकप्रियता का बड़ा उदाहरण काले कोट वाला मामला है। उनके काले कोट पर कोर्ट ने बैन लगा दिया था। दरअसल काले कोट में लड़कियां देव साहब को देखने के लिए छत से कूंद जाया करती थी। साथ ही कुछेक ने सुसाइड भी कर लिया था। कोर्ट ने इस मामले की गंभीरता को परखते हुए देव आनंद के काले कोट पर पाबंदी लगा दी थी।


देव आनंद ने अपने बॉलीवुड करियर में ‘पेइंग गेस्ट’, ‘काला पानी’, ‘गाइड’, ‘ जॉनी मेरा नाम’ ‘हरे रामा हरे कृष्णा’, ‘तेरे मेरे सपने’ और ‘हम दोनों’ जैसी बेहतरीन फिल्में दी हैं। ‘गाइड’ फिल्म तो देव आनंद के जीवन में मील का पत्थर साबित हुई थी। इस फिल्म को हिंदी और अंग्रेजी भाषा में बनाया गया था और आज भी यह फिल्म लोगों के बीच लोकप्रिय है।


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