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18 साल बाद फिर ‘आंखें’ रचने जा रही है इतिहास!

हाल ही में गौरांग ने घोषणा की है कि दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए फिल्म अब चीन और सऊदी अरब ( संबंधित भाषाओं में डब) में रिलीज होगी।

18 साल बाद फिर ‘आंखें’ रचने जा रही है इतिहास!
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सच्चे जुनून के साथ बनाई गई एक ऐसी फिल्म जिसने भारतीय सिनेमा का चेहरा बदल दिया, एक ऐसी फिल्म जो समय और देश की सीमाओं की बंदिशों को पार कर चुकी है, जी हां हम बाते कर रहे हैं, गौरांग दोषी की फिल्म 'आंखें' की। रिलीज होने के सालों बाद भी फिल्म अब भी दुनिया भर में दर्शकों का ध्यान आकर्षित कर रही है। इसके साथ ही अपनी फिल्म को दूर-दूर तक पहुंचाने में इसके निर्माता गौरांग दोषी कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ रहे हैं।

हाल ही में गौरांग ने घोषणा की है कि दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए फिल्म अब चीन और सऊदी अरब ( संबंधित भाषाओं में डब) में रिलीज होगी। हाल ही में चीन के स्टीफन लाम और अबू धाबी के शाही परिवार सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ सबसे बड़ी शख्सियतों के साथ हाथ मिलाकर दोषी ने फिल्म निर्माता के रूप में खुद को बार-बार साबित किया है। 

'आंखे' उन कुछ फिल्मों में शुमार हैं जो दोनों देश में रिलीज हुई हैं। चीनी और अरबी भाषा में आंखें की रिलीज भारतीय फिल्म निर्माताओं के लिए एक बड़ी सफलता है। 'आंखें' दोनों देशों में 20,000 से अधिक स्क्रीन्स पर रिलीज होगी। दोषी इस साल के अंत में अपनी आगामी फिल्मों हैप्पी एनिवर्सरी, आंखें रिटर्न्स और इंडियंस इन डेंजर का चीन में भी डिस्ट्रीब्यूशन करेंगे। चीनी दर्शकों को हिंदी फिल्में उपलब्ध कराने के लिए दोषी चीन के सबसे बड़े और जाने-माने डिस्ट्रीब्यूटर्स में शामिल वेइजी झू और अरबी दर्शकों के लिए सऊदी अरब में जेन साहो के साथ  जुड़े हैं।  

इस बारे में बताते हुए गौरांग दोषी कहते हैं, आंखे कई वजहों से हमेशा मेरे लिए बहुत खास रहेगी। इसने मुझे और मिस्टर बच्चन को एक पहचान दी। भारत में रिलीज के इतने वर्षों के बाद चीन और सऊदी अरब में रिलीज होना वैश्विक कहानियों वाली फिल्में बनाने के लिए एक भरोसा और प्रोत्साहन है। हम जैसे फिल्म निर्माताओं के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी स्कोप है और मुझे खुशी है कि अपनी फिल्मों के साथ हमें इसे एक्सप्लोर करने का मौका मिल रहा है।

गौरांग दोषी ने 'आंखें', 'दीवार: लेट्स ब्रिंग ऑवर हीरोज होम' और 'बवंडर' जैसी शानदार फिल्में बनाई हैं। अपने जुनूनी काम की वजह से उन्होंने चार लिम्का बुक रिकॉर्ड जीतने में भी कामयाबी हासिल की है।

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