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फिल्म रिव्यू: काजोल की दमदार एक्टिंग के बावजूद तेज उड़ान भरने में असमर्थ है ‘हेलीकॉप्टर ईला’

'हेलीकॉप्टर ईला' में काजोल और रिद्धी सेन की दमदार एक्टिंग देखने को मिली है, पर फिल्म के डायरेक्टर प्रदीप सरकार कहानी को बांधनें में असमर्थ साबित हुए हैं।

फिल्म रिव्यू: काजोल की दमदार एक्टिंग के बावजूद तेज उड़ान भरने में असमर्थ है ‘हेलीकॉप्टर ईला’
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काजोल लंबे वक्त के बाद सिल्वर स्क्रीन पर नजर आई हैं। पर उनकी एक्टिंग ने साबित किया है कि वे सुपरस्टार थीं और रहेंगी। बावजूद इसके फिल्म ‘हेलीकॉप्टर ईला’ लंबी उड़ान भरने में असमर्थ नजर आती है। इसकी वजह है फिल्म की कमजोर कहानी और बिखरा हुआ डायरेक्शन। फिल्म ना तो पूरी तरह से हंसाने में समर्थ रही है और ना ही रुलाने में कामयाब साबित हो पाई है।

कहानी
फिल्म की कहानी सिंगल मदर ईला राईतुरकर (काजोल) से शुरु होती है, जो अपने बेटे विवान (रिद्धी सेन) को लेकर बहुत ज्यादा प्रोटेक्टिव है। वह विवान की हरेक गतिविधी पर नजर रखती है, जो विवान को बिलकुल भी पसंद नहीं है। इसके बाद फिल्म फ्लैशबैक में जाती है। ईला एक सिंगर बनना चाहती है और उसके इस सपना को पूरा करने में ईला का बॉयफ्रेंड अरुण (तोता रॉय चौधरी) उसकी मदद करता है। पर एक घटना ऐसी घटती है कि ईला का सपना धरा का धरा रह जाता है। बाद में ईला अरुण से शादी कर लेती है और बच्चा होने के बाद बच्चे की देखभाल में वह इतनी खो जाती है कि खुद को और खुद के सपने को ही भूल जाती है। फिल्म में एक ऐसा मोड़ आता है कि अरुण भी ईला को छोड़कर चला जाता है। फिर तो ईला को अपने बेटे के अलावा कुछ भी नहीं दिखता, यहां तक कि वह बेटे विवान पर नजर रखने के लिए उसी के कॉलेज में एडमिशन भी ले लेती है। पर विवान को ईला की दखलंदाजी से घुटन होने लगती है और वह अपनी मां को खुद को सिंगर बनने के सपने को पूरा करने को कहता है। इसके आगे जानना है तो आपको फिल्म देखनी होगी।

एक्टिंग
‘हेलीकॉप्टर ईला’ पूरी तरह से काजोल पर बेस्ड है। काजोल ने इस फिल्म को अपना बेस्ट दिया है। वे बीच बीच में थोड़ा हंसाती भी हैं और इमोशनल भी करती हैं। वहीं रिद्धी सेन नेशनल अवॉर्ड विनर एक्टर हैं वह उनकी एक्टिंग में नजर आता है। वे अपने किरदार में पूरी तरह से रमें नजर आए हैं। साथ ही तोता रॉय चौधरी का फिल्म में छोटा ही किरदार है, पर उन्होंने बाखूबी निभाया है। साथ नेहा धूपिया ने भी फिल्म में लुभाया है।

डायरेक्शन
‘हेलीकॉप्टर ईला’ में एक्टिंग सभी की जबरदस्त रही है, पर फिल्म की कहानी और डायरेक्शन कमजोर नजर आया है। प्रदीप सरकार ने इससे पहले ‘मर्दानी’ डायरेक्ट थी, जिसकी कहानी बेहद बंधी और सधी हुई थी। पर ‘हेलीकॉप्टर ईला’ की कमजोरी यही है कि कहानी को बांधने में प्रदीप असमर्थ रहे हैं। फिल्म का पहला हाफ थोड़ा बंधा हुआ नजर आया पर सेकंड हाफ में फिल्म बिखरती हुई नजर आई है।

म्यूजिक
‘हेलीकॉप्टर ईला’ के गानों को अमित त्रिवेदी और राघव सचर ने कम्पोज किया है। धुन तो अट्रैक्ट करती है, पर अगर ‘यादों की अलमारी’ गाने को छोड़ दें, तो कोई भी गाना थिएटर के बाहर याद नहीं रहता।

कास्ट – काजोल, रिद्धी सेन, तोता रॉय चौधरी

खूबियां
काजोल और रिद्धी सेन की जबरदस्त एक्टिंग
पैरेंट्स को एक अच्छा मेसेज देने की कोशिश
अमिताभ बच्चन समेत डायरेक्टर महेश भट्ट, सिंगर शान और अनु मलिक का केमियो

कमियां
फिल्म की धीमी गति
फिल्म में कुछ चीजें बचकाना लगती हैं
कहानी की लय का टूटना

अगर आप काजोल के फैन हैं, तो इस फिल्म को उनकी एक्टिंग के लिए एक बार देख सकते हैं। साथ ही रिद्धी सेन भी आपको निराश नहीं करेंगे।
रेटिंग – 2/5

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