फिल्म ‘प्यार में कभी कभी’ से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत करने वाले एक्टर संजय सूरी को असल पहचान सुजॉय घोष की फिल्म ‘झंकार बीट’ से मिली। इसके बाद उन्होंने ‘माय ब्रदर निखिल’, ‘हीरोइन’ और ‘चौरंगा’ जैसी तमाम फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया। साथ ही उन्होंने ‘इनसाइड एज’ वेब सिरीज के लिए भी तारीफें बटोरी हैं। अब वे अपनी अगली साइक्लॉजिकल थ्रिलर फिल्म ‘माय बर्थडे सॉन्ग’ लेकर आ रहे हैं। फिल्मों के अलावा टीवी से अपनी पहचान बनाने वाले एक्टर समीर सोनी ने इस फिल्म को डायरेक्ट किया है। इस फिल्म को संजय और समीर ने मिलकर प्रोड्यूस किया है। फिल्म में संजय सूरी और नोरा फतेही प्रमुख भूमिका में हैं। फिल्म 19 जनवरी को रिलीज होगी। फिल्म की रिलीज से पहले हमने संजय से खास मुलाकात की, उनसे फिल्म से जुड़े और अन्य सवाल भी पूछे जिसका उन्होंने बेबाकी से जवाब दिया।
फिल्म ‘माय बर्थडे सॉन्ग’ का नाम किसी गाने की तरह लगता है, किसकी खोज है?
फिल्म के डायरेक्टर की सोच थी कि लोग गाना पसंद करते हैं। गानों को लोग एनालाइज नहीं करते। हम गानों को अक्सर एक्सपीरियंस करते हैं। शाम को दिन को हम अलग अलग तरह के गाना सुनते हैं। उसी तरह यह फिल्म भी एक तरह का एक्सपीरियंस है। साथ ही किरदार के साथ जो हो रहा है यह उसका भी एक्सपीरियंस है। यह एक तरह की एक्सपीरियंसल फिल्म है, इसलिए इसे इस तरह का नाम दिया गया है।
आजकल बड़े स्तर पर फिल्मों को विविध प्लेटफॉर्म्स पर प्रमोट किया जाता है, आपकी प्लानिंग क्या है?
देखिए आपकी चादर जितनी हो आपको उतने ही पैर फैलाने चाहिए। हमने प्रमोशन तो शुरु कर दिए हैं, पर अपने दायरे में रहकर कर रहे हैं।
आप बचपन से ही स्पोर्ट्स से जुड़े रहे हैं, आपकी नजर में मुंबई के क्या हालात हैं?
स्पोर्ट्स को और ज्यादा तवज्जो देने की आवश्यक्ता है। मुंबई शहर में बच्चों को खेलने के लिए मैदान ही नहीं बचे हैं। बिल्डिंग में खेलते हैं तो बड़े डांट देते हैं कि गाड़ी का शीशा टूटेगा। यहां के पार्क नाना नानी पार्क बन गए हैं। जहां पर 12 साल तक के बच्चे ही खेल सकते हैं, 13 से 20 साल के जो बच्चे हैं, उनके सामने बड़ी समस्या है, वे कहां खेलने जाएं। यही वजह है कि छोटे शहरों के लड़के खेल में अच्छा कर रहे हैं।
सलमान खान जैसे सुपर स्टार आपकी फिल्म के ट्रेलर को ट्वीट कर रहे हैं, क्या कहना चाहेंगे?
मैं उन सभी का शुक्रगुजार हूं, मुझे पता नहीं हैं कि मैं उन लोगों को क्या दे सकता हूं, मैं बस एक छोटा इंडिपेंडेंट प्रोड्यूसर हूं। सलमान खान और करण जौहर के अलावा अनुपम खेर, मनोज बायपेयी और विवेक ओबरॉय जैसेलोगों ने सपोर्ट किया। उन्होंने ट्रेलर को खुद से शेयर किया। मैं उन सभी का आभारी हूं।
आपकी ज्यादातर फिल्में 20-30 दिन के बीच में शूट हो जाती हैं, इसको कितना वक्त लगा और कहां शूट की गई?
इस फिल्म की शूटिंग दिल्ली और गुड़गाव में हुई और 22 दिन में शूटिंग पूरी हो गई थी। मैं खुद से फिल्में बनाता हूं, और हमारा बजट हमें उतने की ही इजाजत देता है। इसलिए हम शूटिंग जल्द से जल्द पूरी करना चाहते हैं। हमने ‘माय ब्रदर निखिल’ और ‘आय एम’ भी 20-21 दिन में पूरी की थी। इससे ज्यादा खींचने की हमें जरूरत भी नहीं लगती।
ट्रेलर