महान शायर मिर्जा गालिब की आज 220वीं जयंती है, इस मौके पर गूगल ने उनका बेहतरीन डूडल भी बनाया है। मिर्जा गालिब की शायरी काफी साधारण हुआ करती थीं। पर लोग आज भी उनकी शायरी के कायल हैं। उनकी आमदानी भले ही बहुत ज्यादा ना रही हो। पर उनके शौक बड़े बड़े थे, उन्होंने कभी अपने शौक और स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया। उनका यही शौक उन्हें जेल तक लेकर भी गया था।
मिर्जा गालिब के पास दो नौकर हमेशा तैनात रहते थे। वे पालकी से ही शहर का दौरा करते थे। साथ ही उन्हे गोश्त, शराब और जुए का बहुत बड़ा शौख था। वे गोश्त के इतने बड़े आदी थे कि वे जिस दिन नहीं खाते थे उस दिन परेशान हो जाते थे। साथ ही उनको शराब का भी बड़ा शौख था। उन्होंने शराब की एक निश्चित मात्रा तय कर ली थी और वे उससे अधिक नहीं पीते थे। साथ ही शराब की गर्मी को कम करने के लिए वे शराब में गुलाब जल मिलाया करते थे।
इसके अलावा गालिब को जुए का भी बड़ा शौख था। इसके लिए वे 1841 और 1847 में जेल भी जा चुके हैं। 1847 में जुआ खेलने के आरोप में उन्हें 6 महीने की सजा हुई थी, उन्होंने 3 साल जेल में काटे थे।