साल 2016 के नोटबंदी के फैसले के बाद अगले साल 2017-18 में महाराष्ट्र में 317 कारखाना बंद हो गए। महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री और शिवसेना के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई ने सोमवार को सदन में इसकी जानकारी दी। विधान परिषद में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में प्रदेश के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने यह जानकारी दी। सुभाष देसाई ने बताया की राज्य में 2017-18 के दौरान 317 कारखाना बंद हो गए। इस कारण 14 हजार 787 मजदूरों का रोजगार प्रभावित हुए। कांग्रेस सदस्य अनंत गाडगील ने इस संबंध में सवाल पूछा था।
हड़ताल का भी करना पड़ा सामना
इसके लिखित जवाब में देसाई ने बताया कि औद्योगिक आस्थापना बंद होने की जानकारी मिलते ही संबंधित कार्यालय की ओर से जांच की जाती है।अगर मजदूरों की हड़ताल के कारण कारखाना बंद होता है तो विभाग की ओर से समझौते का प्रयास किया जाता है।देसाई ने बताया कि चौथे अखिल भारतीय प्रगणनानुसार मार्च 2007
तक राज्य में 37 हजार
753 सुक्ष्म,
लघु और मध्यम उद्योग बंद हुए थे। उसके बाद से औद्योगिक प्रगणना नहीं हुई है। उसी वित्तीय वर्ष में,
उन्होंने कहा, 12 इकाइयों ने एक कर्मचारी हड़ताल का सामना किया,
और उनमें से 10 के लिए समाधान पाए गए,
जबकि शेष दो का सामना करना पड़ा
पीएम मोदी ने 8 नवंबर 2016 को विमुद्रीकरण यानी की नोटबंदी की घोषणा की थी। केंद्र सरकार का दावा है की नोटबंदी के बाद देश में डिजीटल ट्रांजेक्शन में काफी बढ़ोत्तरी देखी गई , इसके साथ ही कैश के चलन में भी काफी कमी आई, हालांकी इस बीच कई ऐसी रिपोर्ट भी आई जिन्होने केंद्र सरकार के इस दावे को खारिज कर दिया।
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