आनेवाले साल में होम लोन पर ब्याज दर कम हो सकती है। यह परिवर्तन देश के सभी बैंकों को दिए गए भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों के कारण होगा। रिज़र्व बैंक ने आशा व्यक्त की है कि गृह ऋण और व्यक्तिगत और छोटे व्यवसायों पर ब्याज दरें संवाददाता के अनुरूप होनी चाहिए। आरबीआई ने कहा कि सभी बैंकों को 1 अप्रैल से नोटिस लागू करना चाहिए।
रीपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार
गृह ऋण के साथ-साथ व्यक्तिगत ऋण के लिए बैंकों द्वारा दिये गए पैसो पर ब्याज लगाया जाता है। पिछली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में आरबीआई ने रीपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा। केंद्रीय बैंक ने चेतावनी देते हुए कहा था कि तेल के दाम में उतार-चढ़ाव तथा वैश्विक वित्तीय स्थिति कड़ी होने से वृद्धि तथा मुद्रास्फीति के सामने अधिक जोखिम है। एमपीसी की बैठक सोमवार, 3 दिसंबर को शुरू हुई थी।
आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष (2018-19) में जीडीपी ग्रोथ रेट रहने 7.4% रहने का अनुमान बरकरार रखा है। अगले वित्त वर्ष (2019-20) की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में जीडीपी विकास 7.5% रहने की उम्मीद जताई है।
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