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IMF ने भारत के विकास दर कम होने का जताया अनुमान

IMF ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण सामने आया नया डेल्टा वायरस से भारत की विकास दर धीमी हो सकती है।

IMF ने भारत के विकास दर कम होने का जताया अनुमान
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अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International M monetary Fund) ने इस साल भारत की विकास दर घटा दी है। IMF ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण सामने आया नया डेल्टा वायरस से भारत की विकास दर धीमी हो सकती है। आईएमएफ ने अपने पिछले अनुमान में विकास दर (growth rate) में तीन फीसदी की कटौती की है।

IMF के 'वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक अपडेट' ने अपने अनुमानों को अप्रैल में 12.5 फीसदी से घटाकर जनवरी में 11 फीसदी कर दिया है।

साथ ही आईएमएफ ने कहा है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की विकास दर 9.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।

आईएमएफ ने कहा कि, मार्च से मई के बीच कोरोना की दूसरी लहर आई, जिसने अर्थव्यवस्था (economy) को झकझोर कर रख दिया। इसलिए भारत की विकास दर को कम करना होगा।

IMF का कहना है कि, भारत जैसे देश को कोरोना की दूसरी लहर के बाद अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए टीकाकरण में तेजी लाने की जरूरत है। टीकाकरण में भारत पिछड़ा हुआ है।

आईएमएफ ने आगे यह भी कहा कि, अगर एक और कोरोना वायरस (coronavirus) के कारण मरीजों की संख्या बढ़ती है तो यह भारत को बड़ा झटका लग सकता है।

आईएमएफ ने कहा कि, अगर भारत अपने सकल घरेलू उत्पाद (gdp) के अनुमान में कटौती करता है, तो भी भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगा। इसके बाद चीन का नंबर आता है। अप्रैल में चीन की जीडीपी 0.3 फीसदी की गिरावट के साथ 8.1 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। अगले साल भारत की जीडीपी के 8.5 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है।

आईएमएफ ने पहले इस साल वैश्विक जीडीपी विकास दर 6 फीसदी और अगले साल 4.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था।

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