पंजाब नेशनल बैंक घोटाले (PNB Scam) मामले में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। बैंक की ओर से करवाए जा रहे फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि PNB की तरफ से भगोड़े नीरव मोदी को फर्जी तरीके से 25 हजार करोड़ रुपये के लेटर ऑफ अंडरटेंकिंग (LoU) जारी किए गये थे।
क्या है मामला?
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, पंजाब नेशनल बैंक के लिए बेल्जियम के ऑडिटर बीडीओ की ओर से की जा रही इस जांच के अनुसार, जून 2018 तक की सूचनाओं की तहकीकात करते हुए ऑडिटर ने पाया कि PNB की ओर से नीरव मोदी को 28 हजार करोड़ रुपये के कुल 1561 LoU जारी किए थे।
इनमें से 25 हजार करोड़ रुपये के 1381 एलओयू अवैध रूप से जारी किए थे।
यही नहीं जिन 23 एक्सपोर्टर्स के नाम से एलओयू जारी किए थे उनमें से 21 किसी न किसी तरीके से नीरव मोदी से संबंधित थे।
जांच में यह बात भी सामने आई कि बैंक को भुगतान करने के लिए 6000 करोड़ रुपये मूल्य के 193 एलओयू का गलत इस्तेमाल किया गया था।
पढ़ें: भगोड़े नीरव मोदी का होगा पर्दाफाश, बनेगी वेब सीरीज
बीडीओ की ऑडिट रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई कि, नीरव मोदी और उसके परिवार से जुड़ी 20 से अधिक संपत्तियों का किसी भी तरीके से वित्तीय लेनदेन में सिक्योरिटी के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया गया है। साथ ही नीरव मोदी के विदेशों में स्थित 13 अचल संपत्तियों का खुलासा भी रिपोर्ट में किया गया है। इसके अलावा नीरव मोदी की मुंबई जब्त चल संपत्तियों में लग्जरी कार और बोट के साथ ही लगभग 20 करोड़ कीमत की कई पेंटिग्स का भी जिक्र किया गया है।
आपको बता दें कि दो साल पहले जब नीरव मोदी PNB में अरबों रुपये का घोटाला करके भागा था तो इसकी जांच सरकार ने सीबीआई को सौंपी गई थी, लेकिन PNB ने अपनी ओर से भी मामले का फॉरेंसिक ऑडिट भी करवाया था।
पढ़ें: नीरव मोदी के घर से जब्त की गयी पेंटिंग्स बिकी 55 करोड़ में