रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे ने दुर्घटनाओं और मौतों में कमी देखी है। राज्य परिवहन विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 2022 में इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष के पहले चार महीनों में एक्सप्रेसवे पर दुर्घटनाओं की संख्या में 21 प्रतिशत की कमी आई है।
जनवरी से अप्रैल 2023 के बीच कुल 74 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जो 2022 में इसी महीने के दौरान दर्ज की गई 94 दुर्घटनाओं से कम है। इसके अलावा, मृत्यु दर में भी 10 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है, 2022 में मौतों की संख्या 61 से गिरकर चालू वर्ष में 55 हो गई है।
एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने कहा की इसका श्रेय दिसंबर 2022 से मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर 24x7 जन अभियान की शुरुआत के लिए दिया गया है, जिसमें समर्पित कर्मचारी यातायात उल्लंघनकर्ताओं पर नकेल कस रहे हैं। इसके अलावा, अधिकारियों, गैर-सरकारी संगठनों और विभिन्न हितधारकों के सहयोगात्मक प्रयासों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सड़क सुरक्षा में इस उल्लेखनीय प्रगति को प्राप्त करने में।
अधिकारी ने आगे जोर देकर कहा कि भविष्य में युवाओं के बीच बड़े पैमाने पर जागरूकता पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, क्योंकि दुर्घटनाओं में उनकी भागीदारी चिंता का विषय रही है। बड़े पैमाने पर कॉलेजों और स्कूलों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाने की योजना पर काम चल रहा है।
घातक घटनाओं को नियंत्रित करने के प्रयास में, मुंबई, पनवेल, पुणे और पिंपरी-चिंचवाड़ में आरटीओ कार्यालयों के 30 कर्मचारियों को 12 दस्ते सौंपे गए। गैर सरकारी संगठनों, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम और विभिन्न सड़क सुरक्षा संगठनों ने भी इस पहल को अपना समर्थन दिया।
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