राज्य में जैसे जैसे कोरोना के मरीजो की संख्या बढ़ रही है वैसे वैसे दूसरे प्रदेशों से महाराष्ट्र में रोजगार के लिए आये लोग अब धीरे धीरे फिर से अपने गांव का रुख कर रहे है। मजदूरों को डर सता रहा है कि कही फिर से स्थिति पहले की तरह खराब न हो जाये। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने किसी भी तरह के लॉकडाउन(Maharashtra lockdown) से इनकार कर दिया हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि फिलहाल राज्य में लॉक डाउन के बारे में कोई विचार नही हो रहा है।स्वा
स्थ मंत्री और मेयर भी कर चुके है इनकार
मुख्यमंत्री के साथ साथ राज्य के स्वास्थ मंत्री राजेश टोपे और मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर ने भी मुंबई और महाराष्ट्र में लॉक डाउन की खबरों को सिरे से नकार दिया है। हालांकि राज्य में कोरोना मरीजो की संख्या पर काबू पाने के लिए प्रतिबंध लगाए जा रहे है लेकिन लॉक डाउन पर कोई भी विचार नही किया जा रहा है।
क्या है प्रतिबंध
ब्यूटी सैलून और जिम में मास्क और पूरी तरह से टीका लगाए गए कर्मचारियों का उपयोग करके 50 प्रतिशत क्षमता पर सेवा दी जा सकती है।
सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक पांच या इससे अधिक लोगों के समूह के बाहर जाने पर रोक।
रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक पांच या अधिक लोगों के समूह के बिना अत्यावश्यक कारण के बाहर जाने पर रोक।
महत्वपूर्ण कार्य के लिए कार्यालय प्रमुख की लिखित अनुमति के बिना आगंतुकों पर प्रतिबंध
कार्यालय प्रमुख नागरिकों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा की व्यवस्था करें।
बाहरी लोगों के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की व्यवस्था
निजी ऑफिस प्रबंधन को वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा देकर काम के घंटे कम करने चाहिए। पचास प्रतिशत से अधिक कर्मचारी कार्यालय में मौजूद न हों और कर्मचारियों के लिए समय बदलने पर भी विचार करें। साथ ही, चौबीसों घंटे खुले कार्यालयों के साथ में काम करने पर विचार करें।
शादियाँ - अधिकतम 50 व्यक्ति
अंतिम संस्कार अधिकतम 20 व्यक्ति
सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक कार्यक्रम अधिकतम 50 व्यक्ति
स्कूल और कॉलेज - 15 फरवरी तक बंद
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