4
दिन
पहले गोरेगांव के एक नाले में
गिरे दिव्यांश का अभी तक कोी
पता नहीं चल सका है। बचाव दल
अभी भी जांच अभियान में जुटा
हुआ है। दिव्यांश का कोई सुराग
खोज पाने में असफल फायर ब्रिगेड,
महानगर
पालिका,
मुम्बई
पुलिस और NDRF
ने
सर्च और रेस्क्यू आपरेशन 3
दिन
बाद बंद कर दिया था। हालांकी
स्थानिय लोग और परिवार के दबाव
के कारण महानगर पालिका ने एक
बार फिर से जांच अभियान शुरु
किया।
पिता
ने की महापौर के इस्तीफे की
मांग
नाराज
दिव्यांश के पिता सूरजभान
सिंह सहित परिजनों और इलाके
के लोगों ने स्थानीय दिंडोशी
पुलिस स्टेशन के बाहर शांतिपूर्ण
प्रदर्शन किया। दिव्यांश के
पिता सूरजभान सिंह ने मांग
की है कि जिस लापरवाही की वजह
से उनका बेटा नाले में गिरकर
बह गया उसकी जिम्मेदारी महापौर
की है इसलिए उन्हें इस्तीफा
देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होने
मांग की है की बीएमसी अधिकारियों
के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज
होना चाहिये।
दो
साल का दिव्यांश 10
जुलाई
की रात में अपने घर के पास ही
खुले गटर में गिर गया था। जिसके
बाद से ही उसकी खोजबीन शुरु
है। दुखी पिता ने बताया कि गटर
5
साल
से खुला पड़ा है। इस हादसे के
बाद बीएमसी की लापरवाही पर
एक बार फिर सवाल उठा है। विपक्षी
पार्टियों ने भी बीएमसी को
आड़े हाथों लिया।
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