बीएमसी स्कूलों के बच्चों को 27 स्कूली वस्तुएं दी जाती हैं. बीएमसी ने यह निर्णय लिया था कि बच्चों को दी जाने वाली इन 27 वस्तुओं के बदले उन्हें उतने ही कीमत के पैसे दिए जाएंगे। लेकिन सभा गृह में विपक्ष के द्वारा इस बात का विरोध करने पर यह निर्णय लिया गया है इस सत्र में वस्तुएं ही दी जाएंगे उसके बाद अगले सत्र में पैसे दिए जाएंगे।
शिक्षा विभाग महापौर की अध्यक्षता में गुटनेताओं की सभा में यह प्रस्ताव पेश किया था कि बीएमसी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पेन, पेंसिल, यूनिफॉर्म, किताबें, पुस्तक, बैग, पानी वाला बॉटल सहित कुल 27 स्कूली वस्तुएं मुफ्त में दी जाती है। अब इस वस्तुओं के स्थान पर अब बच्चों के बैंक खाते में सीधे पैसे भेज दिए जाएंगे।
लेकिन इस प्रस्ताव को लेकर विरोध शुरू हो गया। विरोध होता देख प्रशासन की तरफ से कमिश्नर अजोय मेहता ने कहा कि इस शैक्षिक साल में जो टेंडर निकाले जाएंगे, उसके अनुसार इस साल वस्तुएं ही उपलब्ध कराई जाएंगी कर अगले शैक्षिक सत्र में इस विषय पर विचार किया जायेगा कि बच्चों को वस्तुएं देना है या पैसे? कमिश्नर की इस बात का समर्थन महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर ने भी किया।