मुंबई में पिछलें कुछ महिनों मे विकास के नाम पर कई इलाको में पेड़ो की कटौती की गई है। पिछले पांच वर्षों में,
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी)
ने मुंबई में
25,000 पेड़ों की कटाई के आदेश दिए हैं। हालांकी की अब इन पेड़ो की कटाई की भरपाई करने के लिए बीएमसी मियाकी तकनीक का उपयोग करते हुए चार लाख पेड़ लगाएगी। इसके लिए,
बीएमसी द्वारा नागरिक बजट 2020-21
में रु 65
करोड़ निर्धारित किए गए थे।
मुंबई में पेड़ो की कटाई के कारण मौसम पर भी इसका काफी बूरा असर पड़ रहा है। हाल ही में,
शहर एक कंक्रीट जंगल में बदल गया है। पेड़ों के कटने से प्रदूषण के स्तर में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पर्यावरण में एक संतुलन बनाए रखने और एक प्रतिपूरक कदम के रूप में,
निगम ने अब अधिक से अधिक पेड़ लगाने का फैसला किया है। बीएमसी ने अपने बजट में घोषणा किया है की वित्तीय वर्ष 2020-21 में
65 नगरपालिका पार्कों और भूखंडों में लगभग चार लाख पेड़ लगाए जाएंगे। पेड़ों को उगाने के लिए मियावाकी तकनीक का उपयोग करना अनिवार्य किया जाएगा।
आपको बता दे की मुंबई में अलग अलग इलाको में विकास कार्यों के वजह से पेड़ काटे जा रहे है। आरे में चल रहे मेट्रो कार्ड शेड के लिए भी 2700
पेड़ काट दिये गए थे। हालही में
शिवसेना के सत्ता वाली बीएमसी ने वाशी के तीसरे ब्रिज के निर्माण में बाधा बन रहे
137 पेड़ों को काटने की अनुमति दे दी हैशिवसेना के सत्ता वाली बीएमसी ने वाशी के तीसरे ब्रिज के निर्माण में बाधा बन रहे 137
पेड़ों को काटने की अनुमति दे दी है।बीएमसी का दावा है कि इसमें से 26
पेड़ कटे जाएंगे और 101
पेड़ों को पुनर्रोपित किया जाएगा। काटे गए पेड़ों को उसी एरिया के खाली स्थान पर 30
दिन के भीतर लगाने का निर्देश दिया गया है।