मुंबई में दो दिन पहले हुई भारी बारिश के कारण परेल स्थित केईएम अस्पताल में पानी जमा हो गया था। इस मामले को बॉम्बे हाईकोर्ट ने गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने इस मामले में मुंबई महानगरपालिका को नोटिस जारी किया है। मुंबई महानगरपालिका अस्पताल की यह तस्वीर चिंताजनक है, ऐसा गुरुवार को वकील मोहित खन्ना ने कहा और हाईकोर्ट में निर्देश के लिए इसे लाया। (Bombay HC Orders Immediate Action On KEM Hospital Waterlogging, Issues Notice To BMC Amid Monsoon Flooding Concerns)
Rain shatters Modi’s “developed India” myth again—Mumbai’s KEM Hospital is flooded and paralyzed. While billions go to PR & statues, patients wade through sewage. So much for “Smart Cities”.#SEVENTEEN #LCDLFAlIStars pic.twitter.com/hvGIqKkF18
— Noor Fatima (@Fatima_Zahra120) May 26, 2025
सरकारी अस्पतालों की खराब स्थिति को लेकर दायर की गई स्वप्रेरणा याचिका पर न्यायमूर्ति गौरी गोडसे और न्यायमूर्ति सोमशेखर सुंदरसेन की अवकाश पीठ के समक्ष तत्काल सुनवाई हुई। इस दौरान हाईकोर्ट ने सरकारी वकीलों को निर्देश दिया कि वे मनपा प्रशासन से बात करें और तत्काल क्या उपाय किए जा सकते हैं, इसकी जानकारी प्रस्तुत करें। इसके अनुसार, सहायक डीन आज देर शाम हाईकोर्ट में पेश हुए।
हाईकोर्ट ने मनपा को इस संबंध में तत्काल उपाय करने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं कि ऐसी घटना फिर न हो। साथ ही, मुंबई मनपा को इस मामले में प्रतिवादी बनाने और हलफनामे में उठाए गए कदमों को प्रस्तुत करने के निर्देश भी जारी किए हैं।
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