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केरल विमान हादसा : हादसे में जान गंवाने वाले मुंबई के रहने वाले थे पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे

साठे मुंबई के रहने वाले थे, उनका परिवार मुंबई के पवई इलाके में रहता है। उन्हें जून 1981 में सेना में नियुक्त किया गया था और जून 2003 में यानी 22 वर्षों के बाद सेवानिवृत्त कर दिया गया।

केरल विमान हादसा : हादसे में जान गंवाने वाले मुंबई के रहने वाले थे पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे
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करेल के कोझीकोड विमान हादसे (keral Kozhikode flight accident) में 14 लोगों के मौत की खबर है और 138 लोग घायल हो गए हैं। इस हादसे में एयर इंडिया (air india flight accident)  के पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे (deepak vasant sathe) अखिलेश कुमार की भी मौत हो गई है। उनके शवों को कोझीकोड के MIMS अस्पताल में ले जाया गया है और उनकी मौत की पुष्टि कोझीकोड के जिला कलेक्टर श्रीराम सम्बसिवाराव ने की है।

साठे मुंबई (mumbai) के रहने वाले थे, उनका परिवार मुंबई के पवई (powai) इलाके में रहता है। उन्हें जून 1981 में सेना में नियुक्त किया गया था और जून 2003 में यानी 22 वर्षों के बाद सेवानिवृत्त कर दिया गया। अपनी ड्यूटी के दौरान, उन्हें जून 1992 में स्क्वाड्रन लीडर के रूप में भी नामित किया गया।सेना से रिटायर होने के बाद वे एयर इंडिया के पैसेंजर्स फ्लाइट उड़ाने लगे।

रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि, कैप्टन साठे को नेशनल डिफेंस एकेडमी के 58वीं कोर्स में गोल्ड मेडल मिला था। इसके बाद उन्होंने एयरफोर्स एकेडमी ज्वाइन की। यहां 127वें पायलट कोर्स में उन्होंने टॉप किया और इसके लिए उन्हें ''सोर्ड ऑफ ऑनर'' से सम्मानित किया गया। वह काफी समय तक गोल्डन एरो 17 स्क्वाड्रन का हिस्सा रहे, जिसे हाल ही में राफेल फाइटर प्लेन की जिम्मेदारी दी गई है।

साठे के परिवार में उनके भाई और पिता भी सेना में सेवा दे चुके हैं। कैप्टन साठे के भाई पाकिस्तान से युद्ध के दौरान कारगिल में शहीद हो गए थे तो पिता सेना में ब्रिगेडियर पद से रिटायर हुए थे।

साठे एयर इंडिया एक्सप्रेस की बोइंग 737 फ्लाइट उड़ाने से पहले एयरबस 310 भी उड़ा चुके हैं। हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल के वह टेस्ट पायलट भी रहे। उनकी शानदार परफॉरमेंस के चलते एयरफोर्स एकेडमी ने उन्हें सम्मानित भी किया था।

आपको बता दें कि, एयर इंडिया का विमान IX 1344 दुबई से कोझिकोड के लिए उड़ान भर कर केरल पहुंचा था। कोरोनो वायरस महामारी के दौरान विदेश में फंसे भारतीयों को वापस ला रहा था और 'वंदे भारत मिशन' का एक हिस्सा था।

यह घटना करीपुर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुई जब विमान ने रनवे का निरीक्षण किया और लैंडिंग प्रक्रिया के दौरान विमान 30 फीट नीचे गिर गया।  विमान का अगला हिस्सा दुर्घटनाग्रस्त हो गया और वह दो भागों में विभाजित हो गया।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस हादसे में अब तक इस घटना में 14 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 138 लोग दुर्घटना में घायल हुए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साठे ने इसके पहले 22 साल एयरफोर्स में अपनी सेवाएं विंग कमांडर के रूप में दी है। 

गंभीर रूप से घायल हुए यात्रियों को शहर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और कुछ को आगे के इलाज के लिए कोझीकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया है।

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